कार्बेट में गश्त कर रहे वनकर्मी पर बाघ झपटा, मुश्किल से बची जान
कार्बेट टाइगर रिजर्व के झिरना रेंज के क्षेत्र में बुधवार को संविदा कर्मी मानक चंद अपने तीन साथियों के साथ जंगल में गश्त कर रहा था। इसी बीच झाड़ी में घात लगाकर छिपा बाघ मन्नत पर झपट गया। साथी वनकर्मियों ने शोर मचाया तो बाघ वापस झाड़ी को चला गया।
जागरण संवाददाता, रामनगर : कार्बेट टाइगर रिजर्व में बाघ ने वनकर्मी पर हमला कर उसे घायल कर दिया। साथी कर्मियों ने शोर मचाकर वन कर्मी को मुश्किल बचाया। वन कर्मी की हालत खतरे से बाहर है। कार्बेट टाइगर रिजर्व के झिरना रेंज के क्षेत्र में बुधवार को संविदा कर्मी मानक चंद अपने तीन साथियों के साथ जंगल में गश्त कर रहा था। इसी बीच झाड़ी में घात लगाकर छिपा बाघ मन्नत पर झपट गया। साथी वनकर्मियों ने शोर मचाया तो बाघ वापस झाड़ी को चला गया। मौके से मानक व उसके साथियों ने भागकर जान बचाई। मन्नत को उपचार के लिए संयुक्त चिकित्सालय लाया गया। जहां उसका उपचार चल रहा है। उसके जांघ, कमर पर बाघ ने दांत लगाए है।
सूचना मिलने पर झिरना रेंजर संचिता वर्मा ने चिकित्सालय पहुंचकर घायल से घटनाक्रम की जानकारी दी। रेंजर ने बताया कि बाघ जंगल मे हमलावर हो रहा है। मौके पर हाथी से गश्त कराई जा रही है। वनकर्मियों को सतर्क होकर गश्त करने को कहा गया है। बता दें कि मंगलवार को भी धारा क्षेत्र में गुलदार ने एक महिला पर हमला कर दिया था।
फरवरी में हमला कर महिला की ली थी जान
इससे पहले भी बाघ के कई हमले हो चुके हैं। इसी साल की शुरुआत में फरवरी माह में रामनगर के कानिया निवासी कमला देवी (45) पत्नी हरपाल गुरुवार सुबह गांव की महिलाओं के साथ कॉर्बेट के बिजरानी के जंगल में लकड़ी लेने गई थी। इस बीच बाघ ने उस पर हमला कर दिया। बाघ महिला को कुछ दूर लेकर चला गया। यह देखकर अन्य महिलाएं भाग गईं। उन्होंने ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी। ग्रामीण जंगल गए तो वह खून से लथपथ पड़ी हुई थी। उसे ग्रामीण सरकारी हॉस्पिटल लाए। जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। बाघ अब तक उस क्षेत्र में 10 से अधिक हमले कर चुका है।