मवेशी चराने गए गौलापार के ग्रामीण को बाघ ने हमला कर मार डाला, जान बचाकर साथी भागे
बाघ ने मवेशी चराने गए ग्रामीण को अपना शिकार बना लिया। हल्द्वानी से लगे चोरगलिया के जंगल में घात लगाए बैठे बाघ ने ग्रामीण पर हमला कर उसे मार डाला। ग्रामीण के शव को जंगल से बरामद कर लिया गया है। घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत है।
चोरगलिया, जागरण संवाददाता : नैनीताल जिले में बाघ ने मवेशी चराने गए ग्रामीण को अपना शिकार बना लिया। हल्द्वानी से लगे चोरगलिया के जंगल में घात लगाए बैठे बाघ ने ग्रामीण पर हमला कर उसे मार डाला। ग्रामीण के शव को जंगल से बरामद कर लिया गया है। घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत है। उन्होंने बाघ को पकड़ने के लिए जंगले में पिंजरा लगाने की मांग की है।
रविवार शाम चार बजे जीतपुर पूर्वी गौलापार निवासी 60 वर्षीय चनर सिंह संभल पुत्र शेर सिंह अपने दो साथी सुरेंद्र सिंह व जीवन सिंह के साथ तराई पूर्वी वन प्रभाग के किशनपुर में शेर नाले के पास मवेशियों को चरा रहा था। इसी दौरान चनर सिंह संभल पर बाघ ने अचानक हमला कर दिया। चनर सिंह की चीख-पुकार सुन उसके साथी बाघ की डर से भाग गए।
उसके बाद सुरेंद्र सिंह ने फोन से गांव में सूचना दी। जिसके बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक चरन सिंह की मौत हो चुकी थी। इसके बाद गांव वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। थानाध्यक्ष संजय जोशी ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वन विभाग की किशनपुर रेंज वन क्षेत्राधिकारी व नंधौर वनक्षेत्राधिकारी शालिनी जोशी भी दल बल के साथ मौके पर पहुंची मौके पर मिले पंजों के निशान के आधार में बाघ के हमले की पुष्टि की गई।
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