अल्मोड़ा-हल्द्वानी में तीन ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट को मंजूरी, राजकीय मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों में लगेगा प्लांट

राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में दो-दो व राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा में एक ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लखनऊ की एक फर्म के माध्यम से स्थापित करने की स्वीकृति कुछ शर्तों के साथ राज्यपाल द्वारा दी गई है। हल्द्वानी एसटीएच में इनमें से एक प्लांट पहले ही चालू हो चुका है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 04:00 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 04:00 PM (IST)
अल्मोड़ा-हल्द्वानी में तीन ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट को मंजूरी, राजकीय मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों में लगेगा प्लांट
प्लांट से प्रतिदिन 250 ऑक्सीजन सिलिंडर के बराबर ऑक्सीजन उत्पादित हो सकेगी।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए राज्य के राजकीय मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने की मंजूरी शासन से मिल गई है। डा. सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी में करीब 70 लाख की लागत से दूसरा ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट बनाया जाएगा।

शासन स्तर से बीते बुधवार को चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक को पत्र जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में संक्रमितों के इलाज के लिए ऑक्सीजन गैस की खपत बढ़ रहा है। ऐसे में राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून, वीर चंद्र सिंह गढ़वाली राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान श्रीनगर गढ़वाल और राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में दो-दो व राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा में एक ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लखनऊ की एक फर्म के माध्यम से स्थापित करने की स्वीकृति कुछ शर्तों के साथ राज्यपाल द्वारा दी गई है।

इधर, राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी से संबद्ध एसटीएच में इनमें से एक प्लांट पहले ही चालू हो चुका है। जबकि, दूसरा ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित करने का कार्य संबंधित फर्म द्वारा किया जाएगा। इस प्लांट से प्रतिदिन 250 ऑक्सीजन सिलिंडर के बराबर ऑक्सीजन उत्पादित हो सकेगी। यह प्लांट भी हाल ही में स्थापित किए गए प्लांट के पास में ही लगाया जाएगा। प्राचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज डा. सीपी भैसोड़ा ने बताया कि शासन का पत्र प्राप्त हो चुका है। संबंधित कार्यदायी संस्था द्वारा ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित किया जाएगा। इसमें करीब 70 लाख रुपये खर्च होंगे।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी