परीक्षा फार्म भरने की ऑनलाइन प्रक्रिया ने बढ़ा दी 300 विद्यार्थियों की टेंशन

एमबीपीजी कॉलेज के करीब 300 विद्यार्थी परेशान हैं। इन विद्यार्थियों ने ऑनलाइन शुल्क जमा कर दिया था, लेकिन शुल्क विश्वविद्यालय नहीं पहुंचा।

By Edited By: Publish:Sun, 16 Dec 2018 07:30 AM (IST) Updated:Sun, 16 Dec 2018 10:15 AM (IST)
परीक्षा फार्म भरने की ऑनलाइन प्रक्रिया ने बढ़ा दी 300 विद्यार्थियों की टेंशन
परीक्षा फार्म भरने की ऑनलाइन प्रक्रिया ने बढ़ा दी 300 विद्यार्थियों की टेंशन

हल्द्वानी, जेएनएन : एमबीपीजी कॉलेज के करीब 300 विद्यार्थी परेशान हैं। इन विद्यार्थियों ने ऑनलाइन शुल्क जमा कर दिया था, लेकिन शुल्क विश्वविद्यालय नहीं पहुंचा। जैसे ही प्रवेश पत्र मिला, उसमें लिखा था फीस नॉट फाउंड। इसे देखकर विद्यार्थी चौंक गए। हालांकि, ऐसे विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय ने परीक्षा की अनुमति देने के साथ ही दोबारा शुल्क जमा करने के निर्देश दिए हैं। इस तरह की स्थिति से विद्यार्थियों की टेंशन बढ़ गई है।
ये है मामला कुमाऊं विश्वविद्यालय ने इस बार ऑनलाइन परीक्षा फार्म भरने के साथ ही शुल्क जमा करने का प्रावधान किया था। एमबीपीजी कॉलेज के अधिकांश विद्यार्थियों ने साइबर कैफे में शुल्क जमा करवाया। 300 में से अधिकांश छात्र-छात्राएं ऐसे हैं, जिनका शुल्क 570 रुपये विवि के अकाउंट में नहीं गया। यह शुल्क साइबर संचालकों के ही अकाउंट में चला गया। जब विद्यार्थी संचालकों के पास गए तो उन्होंने फीस वापस करने से मना कर दिया है। अब विवि ने खोल दिया पोर्टल कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल ने शुल्क दोबारा जमा करने के लिए पोर्टल खोल दिया है। यह पोर्टल 13 दिसंबर से खोल दिया था, अब परीक्षा तक विद्यार्थी शुल्क जमा कर सकेंगे।

ऐसे समस्या हो जाएगी दूर
अगर किसी विद्यार्थी के प्रवेश पत्र में फीस नॉट फाउंड लिखा है तो ऐसे विद्यार्थी एमबीपीजी कॉलेज के परीक्षा केंद्र में संपर्क कर सकते हैं। विद्यार्थियों को शुल्क जमा करते समय एसबीआइ का डीयू नंबर मिला होगा। इस आधार पर फीस जमा होने या न अन्य दिक्कत होने का पता चल जाएगा। रजिस्ट्रेशन नंबर में दिक्कत होने पर कॉलेज में ही ठीक दिया जाएगा। शुल्क जमा नहीं होने पर दोबारा जमा करना पड़ेगा।

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