नैनीताल जिले के तीन किसानों ने शुरू किया नैनो डीएपी का परीक्षण, तीन साल तक चलेगा अध्ययन

गुजरात के नैनो बॉयोटेक्नालॉजी रिसर्च सेंटर कलोल ने नैनो यूरिया के बाद नैनो डीएपी (डाई-अमोनियम फॉस्फेट) पर शोध किया है। नैनीताल जिले में तीन किसान अपनी फसलों पर नैनो डीएपी का परीक्षण भी शुरू कर दिया है।परीक्षण में सकारात्मक परिणाम आने पर नैनो डीएपी काफी सस्ते दामों पर मिल जाएगी।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 08:47 AM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 05:57 PM (IST)
नैनीताल जिले के तीन किसानों ने शुरू किया नैनो डीएपी का परीक्षण, तीन साल तक चलेगा अध्ययन
नैनीताल जिले के तीन किसानों ने शुरू किया नैनो डीएपी का परीक्षण, तीन साल तक चलेगा अध्ययन

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : गुजरात के नैनो बॉयोटेक्नालॉजी रिसर्च सेंटर कलोल ने नैनो यूरिया के बाद नैनो डीएपी (डाई-अमोनियम फॉस्फेट) पर शोध किया है। नैनीताल जिले में तीन किसान अपनी फसलों पर नैनो डीएपी का परीक्षण भी शुरू कर दिया है। परीक्षण में सकारात्मक परिणाम आने पर नैनो डीएपी काफी सस्ते दामों पर मिल जाएगी।

यूरिया के बाद डीएपी उर्वरक का सर्वाधिक उपयोग होता है। डीएपी के बोरे की बाजार कीमत 2400 रुपये है। इस पर केंद्र सरकार 1200 की सब्सिडी देती है। प्रयोग सफल होने पर यह एक चौथाई से कम दाम पर उपलब्ध होगी। गौलापार के प्रगतिशील किसान दीवान संभल, रवि उप्रेती व फतेहपुर के राजेंद्र सिंह रावत के खेतों में डीएपी का परीक्षण किया जा रहा है। करीब तीन साल तक इसका अध्ययन चलेगा। इफको को क्षेत्रीय प्रबंधक दीपक आर्य ने बताया कि नैनो डीएपी में सफलता मिलती है तो किसानों को यह कम दाम में बेहतर उत्पादन देगी।

हल्द्वानी ब्लॉक में सोमवार से मिलेगी नैनो यूरिया

नैनीताल जिले में नैनो यूरिया की आपूर्ति शुरू हो गई है। सोमवार से हल्द्वानी ब्लॉक के 10 साधन सहकारी समितियों में तरल यूरिया मिलने लगेगी। अगस्त से अन्य ब्लॉक में भी उपलब्ध रहेगी। शनिवार को गौलापार कुंवरपुर साधन सहकारी समिति में विधायक नवीन दुम्का इसका शुभारंभ करेंगे। 500 मिमी नैनो यूरिया की कीमत 240 रुपये है। एक एकत्र फसल के लिए यह पर्याप्त रहती है।

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