कोरोना के चलते रीठासाहिब में तीन दिवसीय जोड़ मेला स्थगित, कोविड के लिए करेंगे अरदास

मीठे रीठे के चमत्कार के लिए प्रसिद्ध एेतिहासिक गुरुद्वारा रीठा साहिब में लगने वाला सालाना जोड़ मेला इस बार भी कोरोना की भेंट चढ़ गया है। आज से शुरू हो रहा मेला कोविड को देखते हुए स्थगित कर दिया गया है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 23 May 2021 01:26 PM (IST) Updated:Sun, 23 May 2021 01:26 PM (IST)
कोरोना के चलते रीठासाहिब में तीन दिवसीय जोड़ मेला स्थगित, कोविड के लिए करेंगे अरदास
कोरोना के चलते रीठासाहिब में तीन दिवसीय जोड़ मेला स्थगित, कोविड के लिए करेंगे अरदास

लोहाघाट, जागरण संवाददाता : मीठे रीठे के चमत्कार के लिए प्रसिद्ध एेतिहासिक गुरुद्वारा रीठा साहिब में लगने वाला सालाना जोड़ मेला इस बार भी कोरोना की भेंट चढ़ गया है। आज से शुरू हो रहा मेला कोविड को देखते हुए स्थगित कर दिया गया है। गुरुद्वारे में देश व विश्व से कोरोना महामारी के खात्मे के लिए अरदास की जाएगी। गत वर्ष भी कोरोना के कारण मेला स्थगित करना पड़ा था।

गुरुद्वारे में 24 मई से तीन दिवसीय जोड़ मेला शुरू होना था। राज्य और जिले में कोविड की स्थिति को देखते हुए गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने मेला स्थगित करने का निर्णय लिया है। कोरोना संक्रमण के चलते लगातार दूसरे वर्ष भी जोड़ मेले का आयोजन नहीं हो पा रहा है। गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के बाबा श्याम सिंह ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर तेजी से बढ़ती जा रही हे। जिसके चलते गुरुद्वारा प्रबंध समिति नानकमत्ता ने जोड़ मेले को स्थगित करने का निर्णय लिया है। बताया कि पूर्व में 24 मई से तय मेले का कार्यक्रम अब नहीं होंगे।

देश और विश्व से कोरोना के खात्मे की कामना के लिए गुरुद्वारो में अरदास की जाएगी। इधर मेला स्थगित होने से क्षेत्र के व्यापारियों में मायूसी है। गुरुद्वारा रीठासाहिब सिक्खों का पवित्र धार्मिक स्थल है। चौथी उदासी के समय सिक्खों के पहले गुरु गुरु नानक देव के चरण यहां पड़े थे। तब से यह स्थान पवित्र तीर्थ बन गया। प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले जोड़ मेले में यहां देश विदेश से लाखों तीर्थ यात्री पहुंचते हैं। गत वर्ष कोरोना की पहली लहर और इस वर्ष दूसरी लहर में मेला स्थगित करना पड़ा है।

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