इंटरनेट मीडिया पर बिना सोचे-समझे पोस्ट डालने और फाॅरवर्ड करने वालों पर रखी जा रही नजर, 36 के खिलाफ मुकदमा दर्ज
इंटरनेट मीडिया पर लोगों की सक्रियता बढ़ी है। जिसमें कई बार लोग बिना सोचे-समझे कुछ भी पोस्ट कर देते हैं। जिसका खामियाजा उन्हें बाद में भुगतना पड़ता है। इंटरनेट मीडिया में गलत पोस्ट करने वालों के खिलाफ पुलिस की एक टीम 24 घंटे निगरानी का कार्य कर रही है।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर लोगों की सक्रियता बढ़ी है। जिसमें कई बार लोग बिना सोचे-समझे कुछ भी पोस्ट कर देते हैं। जिसका खामियाजा उन्हें बाद में भुगतना पड़ता है। इंटरनेट मीडिया में गलत पोस्ट करने वालों के खिलाफ पुलिस की एक टीम 24 घंटे निगरानी का कार्य कर रही है। जिसमें गंभीर अपराध करने वाले करीब 36 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। इंटरनेट मीडिया मॉनीटरिंग सेल के नोडल व डिप्टी एसपी शांतनु पाराशर ने बताया कि कोई भी पोस्ट अपलोड या शेयर करते समय प्रकरण को समझना आवश्यक है। किसी भी प्रकार की भ्रामक सूचना, पोस्ट को साझा या अपलोड नहीं करें। यदि कोई व्यक्ति गलत पोस्ट साझा करता है तो उसके खिलाफ सुसंगत धाराओं में वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। इंटरनेट मीडिया मॉनीटरिंग सेल में उपनिरीक्षक आरती पोखरिया, आरक्षी चंदन सिंह शामिल हैं।
इंटरनेट मीडिया का करें संतुलित उपयोग
इंटरनेट मीडिया मॉनीटरिंग सेल का कहना है कि अभिव्यक्ति का समुचित प्रयोग समाज को जोडऩे का कार्य करता है। डिप्टी एसपी शांतनु पारासर ने बताया कि इंटरनेट मीडिया से समाज को तोडऩे का कार्य करना गलत है। इंटरनेट मीडिया के प्लेटफार्म फेसबुक, वाट्सएप, टेलीग्राम, ट्विटर आदि पर अपने विचारों को सोच समझकर साझा करने की जरूरत है। जिससे सांप्रदायिक, जातिगत, धार्मिक, हिंसात्मक, अश्लील पोस्ट का प्रसारण नहीं होना चाहिए।
291 के खिलाफ लिया एक्शन
नैनीताल जिले में इंटरनेट मीडिया में आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाले 291 लोगों पर पुलिस कार्रवाई की गई है। जिसमें कुल 175 लोगों की काउंसलिंग की जा चुकी है। अभी तक कुल 65 लोगों का चालान किया जा चुका है। जिसमें बीते वर्ष 2020 में कुल 97 लोगों पर एक्शन लिया गया। जिसमें 42 की काउंसलिंग कर 29 लोगों को चालान किया गया। वर्ष भर में कुल 26 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया। वर्ष 2021 में जनवरी माह से अब तक 194 लोगों पर कार्रवाई की गई। जिसमें 146 की काउंसलिंग व 36 लोगों का चालान कर 11750 रुपये संयोजन शुल्क वसूल किया गया, जिसमें कुल 12 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया।
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