पुलिस एप के संचालन और शिकायतों के निस्तारण में आएगी तेजी, हर जिले में होगा टीम का गठन

दो वर्ष पूर्व विभिन्न शिकायतों को दर्ज कराने के लिए उत्तराखंड पुलिस द्वारा देवभूमि उत्तराखंड एप लांच किया गया था। इसके कुछ समय बाद ही यातायात संबंधी शिकायतों के लिए ट्रैफिक आई एप की शुरूआत की गई। अपराध की जानकारी पुलिस तक पहुंचाने के लिए पब्लिक आई एप लांच किया।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 09 Oct 2021 06:49 AM (IST) Updated:Sat, 09 Oct 2021 06:49 AM (IST)
पुलिस एप के संचालन और शिकायतों के निस्तारण में आएगी तेजी, हर जिले में होगा टीम का गठन
आम व्यक्ति भी इन एप के जरिये शिकायत कर समस्या दर्ज करा सके।

नरेश कुमार, नैनीताल। जनता की शिकायतों को पुलिस तक पहुंचाने और शिकायतों के निस्तारण के लिए उत्तराखंड पुलिस विभाग द्वारा शुरू किए गए मोबाइल ऐप के संचालन में अब और तेजी आएगी। डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने हर व्यक्ति तक इसका लाभ पहुंचाने के लिए मंडल स्तर पर एक और हर जिले में एक-एक सब टीम गठित की जाएगी। गठित टीमों द्वारा थानों में तैनात पुलिसकर्मियों को शिकायतों के निस्तारण का प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही जनता तक एप संबंधी जानकारी पहुंचाने के लिए जन जागरूकता वाहन से प्रचार-प्रसार किया जाएगा। बता दे कि दो वर्ष पूर्व विभिन्न शिकायतों को दर्ज कराने के लिए उत्तराखंड पुलिस द्वारा देवभूमि उत्तराखंड एप लांच किया गया था। इसके कुछ समय बाद ही यातायात संबंधी शिकायतों के लिए ट्रैफिक आई एप की शुरूआत की गई।

इधर, बीते माह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा महिला सुरक्षा के लिए गौरा शक्ति और जनता द्वारा किसी भी अपराध और घटना की जानकारी पुलिस तक पहुंचाने के लिए पब्लिक आई एप लांच किया गया। मगर एप होने के बावजूद अब भी जनता द्वारा शिकायतों के लिए इनका प्रयोग नहीं किया जा रहा। साथ ही प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों की कमी होने के कारण शिकायतों के निस्तारण में भी देरी हो रही है। मगर अब पुलिस द्वारा मंडल स्तर पर प्रशिक्षण और जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। जिससे आम व्यक्ति भी इन एप के जरिये शिकायत कर समस्या दर्ज करा सके।

मंडल में एक मास्टर और हर जिले में सब टीम होगी गठित डीआईजी ने बताया कि अभियान के तहत हरजिले में दस-दस पुलिसकर्मियों की एक टीम गठित की जाएगी। जिनकों प्रशिक्षण देने के लिए मंडल स्तर पर मास्टर टीम का गठन होगा। मास्टर टीम से प्रशिक्षण प्राप्त कर टीम कर्मी थानों में तैनात हर पुलिसकर्मी को एप संचालन और इसके माध्यम से आ रही शिकायतों के निस्तारण का भी प्रशिक्षण देंगे।

मंडल के हर व्यक्ति तक पहुंचेगी जानकारी 

डीआईजी के अनुसार पुलिसकर्मियों कोप्रशिक्षण देने के बाद मंडल में वृहद स्तर पर जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर हर व्यक्ति को एप संचालन की जानकारी दी जाएगी। साथ ही उपकरणों से लैस जन जागरूकता वाहन से एप का प्रचार प्रसार किया जाएगा।

एप की उपयोगिता को समझने की अपील

डीआईजी ने बताया कि उत्तराखंड पुलिस द्वारा वर्तमान में जनता की शिकायतों को पुलिस तकपहुंचाने और त्वरित निस्तारण के लिए देवभूमि उत्तराखंड, ट्रैफिक आई, गौरा शक्ति और पब्लिक आई एप का संचालन किया जा रहा है। कहा कि इन एप के जरिए शिकायत पंजीकरण, एफआईआर, किरायेदार सत्यापन कार्यक्रम प्रदर्शन अनुमति, साइबर क्राइम, गुमशुदा पंजीकरण, आपातकालीन सहायता, महिला सुरक्षा, ट्रैफिक समेत तमाम तरह की शिकायते पुलिस तक तत्काल पहुंचाई जा सकती है। मुख्यालय स्तर से इन शिकायतों को तत्काल संबंधित थानों कोआई एप का संचालन किया जा रहा है। 

कहा कि इन एप के जरिए शिकायत पंजीकरण, एफआईआर, किरायेदार सत्यापन कार्यक्रम प्रदर्शन अनुमति, साइबर क्राइम, गुमशुदा पंजीकरण, आपातकालीन सहायता, महिला सुरक्षा, ट्रैफिक समेत तमाम तरह की शिकायते पुलिस तक तत्काल पहुंचाई जा सकती है। मुख्यालय स्तर से इन शिकायतों को तत्काल संबंधित थानों को हस्तांतरित किया जाता है। जिससे पीड़ित की शिकायत का तत्काल निस्तारण होता है।

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