बागेश्वर में पेयजल की मची त्राहि-त्राहि, उपभोक्ताओं में आक्रोश, उग्र आंदोलन की चेतावनी

जलसंस्थान के संविदा श्रमिकों की हड़ताल तीसरा दिन है। लेकिन कठायतबाड़ा दांगण घटबगड़ मंडलसेरा सैंज ठाकुरद्वारा आदि स्थानों पर पांच दिन से पानी की आपूर्ति ठप है। जलसंस्थान ने आइटीआइ से दस छात्रों को नगर की पानी की व्यवस्था सुचारू करने में लगाया है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 01:33 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 01:33 PM (IST)
बागेश्वर में पेयजल की मची त्राहि-त्राहि, उपभोक्ताओं में आक्रोश, उग्र आंदोलन की चेतावनी
जखेड़ पेयजल योजना के स्रोत से पानी नहीं आ रहा है। उसे दुरुस्त करने की कोशिश की जा रही है।

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : नगर क्षेत्र के सभी वार्डों में पेयजल को त्राहि-त्राहि मच गई है। जलसंस्थान की वैकल्पिक व्यवस्था भी ढेर हो गई है। जिसके कारण उपभोक्ताओं में भारी आक्रोश है। उन्होंने पानी के बिल जमा नहीं करने और उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

जलसंस्थान के संविदा श्रमिकों की हड़ताल तीसरा दिन है। लेकिन कठायतबाड़ा, दांगण, घटबगड़, मंडलसेरा, सैंज, ठाकुरद्वारा आदि स्थानों पर पांच दिन से पानी की आपूर्ति ठप है। जलसंस्थान ने आइटीआइ से दस छात्रों को नगर की पानी की व्यवस्था सुचारू करने में लगाया है। इसके अलावा एक ठेकेदार के दो आदमी भी रखे हैं। बावजूद वैकल्पिक व्यवस्था ढेर हो गई है। शहर के लोग पानी के लिए सुबह से लेकर देर रात तक प्राकृतिक स्रोतों का रुख कर रहे हैं। जलस्रोतों पर भी पानी को लेकर कहासुनी होने लगी है। 

शहर में कामकाजी लोग रहते हैं। कार्यालय, स्कूल और प्रतिष्ठानों में काम करने वाले लोगों देर शाम घर पहुंचते हैं। पानी नहीं होने के कारण वह होटलों में भोजन कर रहे हैं। स्थानीय खीम सिंह, सुंदर सिंह, गीता देवी, कमला देवी, आनंदी देवी, शिव दत्त आदि ने कहा कि तीन दिन से स्नान भी नहीं कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र पेयजल की आपूर्ति सुचारू नहीं हुई तो उग्र आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा।

टैंकरों से की पानी की आपूर्ति

जलसंस्थान ने टैंकरों के जरिए पानी की आपूर्ति शुरू कर दी है। जिन वार्डों में टैंकर नहीं पहुंच पाते हैं, वहां की कोई व्यवस्था नहीं है। नगर के लिए बनी कठायतबाड़ा पंपिग योजना, जखेड़ा पेयजल योजना, अधिशासी अभियंता सीएस देवड़ी ने बताया कि पानी की सुचारू आपूर्ति नहीं हो पा रही है। पानी की सुचारू व्यवस्था करने के लिए दस लोगों को हायर किया गया है। पंपिंग योजनाएं संचालित की जा रही है। जखेड़ पेयजल योजना के स्रोत से पानी नहीं आ रहा है। उसे दुरुस्त करने की कोशिश की जा रही है।

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