खाकी की सालों पुरानी समस्याएं एक महीने में सुलझाई, डीजीपी की निगरानी में बनी कमेटी ने हल किए 184 मामले
डीजीपी का चार्ज लेने के बाद अशोक कुमार ने जनता की समस्याओं के साथ-साथ महकमे के लोगों की पीड़ा सुनने को लेकर भी एक कमेटी बनाई थी। बकायदा एक व्हट्सएप नंबर जारी किया गया। जिसमें पुलिसकर्मी अपना प्रार्थना पत्र भेज सकते हैं।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : उत्तराखंड पुलिस के जवानों की सालों पुरानी समस्याओं को डीजीपी की निगरानी में बनी कमेटी ने एक महीने में सुलझा दिया। समिति के पास कुल 366 शिकायत और समस्या पहुंची थी। जिसमें से 184 का निस्तारण भी हो गया। कुछ मामले ऐसे थे जिनका निपटारा जिले स्तर पर होना है। उन्हें संबंधित पुलिस अधिकारी के पास भेजा गया है।
डीजीपी का चार्ज लेने के बाद अशोक कुमार ने जनता की समस्याओं के साथ-साथ महकमे के लोगों की पीड़ा सुनने को लेकर भी एक कमेटी बनाई थी। बकायदा एक व्हट्सएप नंबर जारी किया गया। जिसमें पुलिसकर्मी अपना प्रार्थना पत्र भेज सकते हैं। परिक्षेत्र व जनपद स्तर पर एक-एक नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए थे। ट्रांसफर, पोस्टिंग से लेकर अन्य विभागीय परेशानियों के समाधान को लेकर यह समिति गठित की गई थी। मुख्यालय स्तर के मामलों का निस्तारण पीएचक्यू से करने का प्रावधान था। जबकि जिले स्तर के मामलों को कमेटी एसएसपी या एसपी को फारवर्ड करती है। गठन के एक माह के भीतर ही आधे मामले सुलझा लिए गए हैं।
मैसेज में मिला प्रार्थना पत्र, खाते में पहुंचे आठ लाख
पुलिस मुख्यालय के मुताबिक 30 दिसंबर को एक पुलिसकर्मी की पत्नी ने व्हट्सएप के माध्यम से एक प्रार्थना पत्र दिया था। जिसमें उसने पति के उपचार और आपरेशन के लिए जीवन रक्षक निधि से आठ लाख रुपये का भुगतान करने की मांग की थी। तीन दिन में जांच पूरी करने के बाद दो जनवरी को पुलिसकर्मी के खाते में आठ लाख रुपये ट्रांसफर करा दिए गए।