नैनीताल में सूखाताल के पुनर्जीवन व टूरिस्ट डेस्टिनेशन का कार्य शुरू, दो माह पूर्व सीएम ने किया था शिलान्यास
सूखाताल को पुनर्जीवित करने और क्षेत्र को टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की कवायद तेज हो गयी है। डीडीए की ओर से झील को पुनर्जीवित करने के लिए बनाए गए करीब 26 करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : नैनीझील के रिचार्ज जोन सूखाताल को पुनर्जीवित करने और क्षेत्र को टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की कवायद तेज हो गयी है। डीडीए की ओर से झील को पुनर्जीवित करने के लिए बनाए गए करीब 26 करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया गया है। पहले चरण में झील के चारों ओर रिटेनिंग वॉल बनाने और झील की सतह की खुदाई कर उसका समतलीकरण करने का कार्य किया जा रहा है। जल्द ही अन्य सुंदरीकरण कार्य भी शुरू कर दिए जाएंगे।
सूखाताल झील नैनी झील का रिचार्ज जोन है। पूर्व में यह झील बरसात में भरने के बाद शीतकाल खत्म होने तक पानी से लबरेज रहती थी। मगर क्षेत्र में अनियोजित निर्माण कार्य के चलते अब झील सूखने की कगार पर पहुंच गई है। बरसात में भी झील में थोड़ा बहुत पानी ही भर पाता है। ऐसे में झील के पुनर्जीवन और क्षेत्र को टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने को लेकर जिला विकास प्राधिकरण की ओर से 26 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया गया।
प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलने के बाद दो माह पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शिलान्यास भी किया था। इसके बाद जिला विकास प्राधिकरण ने प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है। कार्यदायीं संस्था प्रतिनिधि नवीन चंद्र ने बताया कि झील क्षेत्र में दो छोटी झील का निर्माण और बीच में पार्क बनाया जाना है। पहले चरण में झील के चारों ओर रिटेनिंग वॉल लगाई जानी है। साथ ही झील की सतह की खुदाई कर उसे एक लेवल पर लाया जाना है। दोनों कार्य पूरे हो जाने के बाद अन्य सुंदरीकरण कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें