कंपोस्ट प्लांट की टेंडर प्रक्रिया दूसरी बार भी निरस्त, कोरोना के चलते एक भी कंपनी निविदा में नहीं हुई शामिल

गौलापार बाइपास किनारे प्रस्तावित कंपोस्ट प्लांट के लिए दूसरी बार आमंत्रित टेंडर में एक भी कंपनी ने निविदा नहीं डाली है। ऐसे में प्लांट निर्माण की दिशा में बड़ा झटका लगा है। हालांकि निगम के अधिकारी कोरोना के चलते कंपनियों के शामिल नहीं होने की बात कह रहे हैं।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 07:50 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 07:50 PM (IST)
कंपोस्ट प्लांट की टेंडर प्रक्रिया दूसरी बार भी निरस्त, कोरोना के चलते एक भी कंपनी निविदा में नहीं हुई शामिल
सूत्र बताते हैं कि नियमों के चलते दिल्ली, मुंबई की कंपनियां प्रोजेक्ट में हाथ डालने से बच रही हैं।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (एमएसडब्ल्यू) के तहत गौलापार बाइपास किनारे प्रस्तावित कंपोस्ट प्लांट के लिए दूसरी बार आमंत्रित टेंडर में एक भी कंपनी ने निविदा नहीं डाली है। ऐसे में प्लांट निर्माण की दिशा में बड़ा झटका लगा है। हालांकि निगम के अधिकारी कोरोना के चलते कंपनियों के टेंडर में शामिल नहीं होने की बात कह रहे हैं। 

चार हेक्टेयर में प्रस्तावित कंपोस्ट प्लांट का निर्माण पीपीपी मोड पर होना है। तीन साल से डंप पुराने कचरे के निस्तारण के लिए कंपनी को बायोमाइनिंग प्लांट लगाना है। इसके लिए कंपनी को तीन करोड़ रुपये निवेश करना है। कई अन्य शर्तें भी रखी गई हैं। सूत्र बताते हैं कि नियमों के चलते दिल्ली, मुंबई की कंपनियां प्रोजेक्ट में हाथ डालने से बच रही हैं। इसी के चलते पिछली बार आयोजित टेंडर में भी दिल्ली की एकमात्र कंपनी ने निविदा डाली थी।

मेयर डा. जोगेंद्र रौतेला ने सोमवार शाम अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए टेंडर प्रकरण पर चर्चा की। भविष्य में नियमों में शिथिलता देते हुए टेंडर आमंत्रित करने पर विचार किया गया। इस दौरान नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. मनोज कांडपाल व अन्य अधिकारी मौजूद रहे। 

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