परीक्षा सिर पर, दाखिले को दबाव बना रहे दबंग, एमबीपीजी कॉलेज द्वारा पूर्व में ही बंद की जा चुकी है प्रवेश प्रक्रिया

अप्रैल से परीक्षा शुरू होनी है ऐसे में विद्यार्थियों को पढ़ाई का मौका मिल सके इसके लिए दाखिला अब बंद कर दिया गया है। लेकिन इसके बावजूद कई छात्रनेता और दबंग प्रवृत्ति के लोग रोजाना कॉलेज आकर दाखिला देने का दबाव बना रहे हैं।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 18 Mar 2021 11:55 PM (IST) Updated:Thu, 18 Mar 2021 11:55 PM (IST)
परीक्षा सिर पर, दाखिले को दबाव बना रहे दबंग, एमबीपीजी कॉलेज द्वारा पूर्व में ही बंद की जा चुकी है प्रवेश प्रक्रिया
अप्रैल में परीक्षाएं होनी है ऐसे में अब किसी को दाखिला नहीं दिया जाएगा।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : डिग्री कॉलेजों में स्नातक प्रथम सेमेस्टर में नया दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों की परीक्षा 12 अप्रैल से होनी है। सभी कॉलेजों में स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर की कक्षाओं में दाखिला प्रक्रिया अब लगभग समाप्त हो चुकी है और विद्यार्थी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन, कुछ अराजक छात्रनेताओं और दबंगों की आंख का कांटा बन चुके एमबीपीजी कॉलेज प्रशासन पर अब भी दाखिला दिलाने को दबाव बनाया जा रहा है। 

कॉलेज प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार स्नातक प्रथम वर्ष में दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में दाखिले शुरू किए गए थे। विद्यार्थियों को एक नहीं बल्कि तीन-तीन बार दाखिला ले लेने का मौका दिया गया। अप्रैल से परीक्षा शुरू होनी है ऐसे में विद्यार्थियों को पढ़ाई का मौका मिल सके इसके लिए दाखिला अब बंद कर दिया गया है। लेकिन, इसके बावजूद कई छात्रनेता और दबंग प्रवृत्ति के लोग रोजाना कॉलेज आकर एमए सोशियोलॉजी, इकॉनॉमिक्स जैसे विषयों में उन विद्यार्थियों को दाखिला देने का दबाव बना रहे हैं जिन्होंने प्रवेश के लिए कुमाऊं विश्वविद्यालय के पोर्टल पर पंजीकरण तक नहीं कराया। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि ऐसे विद्यार्थियों को नियमविरुद्ध जाकर कतई दाखिला नहीं दिया जा सकता है।

150 सीटें रिक्त

एमबीपीजी में कई बार की प्रवेश प्रक्रिया के बाद भी एमए में विभिन्न विषयों की करीब 150 सीटें इस बार रिक्त रह गई हैं। इन सीटों को बाहरी राज्यों के ऐसे विद्यार्थियों से भरने का दबाव बनाया जा रहा है जिन्होंने कभी पंजीकरण ही नहीं कराया है। प्रभारी प्राचार्य डा. बीआर पंत ने बताया कि स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में दाखिला प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। छूटे विद्यार्थियों को दाखिला लेने का कई बार मौका दिया गया। अप्रैल में परीक्षाएं होनी है ऐसे में अब किसी को दाखिला नहीं दिया जाएगा। कॉलेज प्रशासन किसी तरह के दबाव में नहीं आएगा।

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