हड़ताली कर्मचारियों ने सफाई में लगाए मजदूरों को भगाया, एसटीएच में व्यवस्था चरमराई
समान कार्य समान वेतन व नियमितीकरण की मांग को लेकर चिकित्सालय के 500 से ज्यादा उपनल कर्मचारी 50 दिन से हड़ताल पर हैं। बुद्ध पार्क में डटे हैं। अस्पताल प्रशासन सफाई की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए मजदूरों को बुला रहा है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में 50 दिन से कार्य बहिष्कार पर गए उपनल कर्मचारी अब खुलकर बगावत पर उतर आए हैं। उन्होंने शुक्रवार को भी सफाई के लिए सुबह बाहर से बुलाए गए मजदूरों को अस्पताल के अंदर नहीं जाने दिया। हुड़दंग से बचने के लिए अस्पताल के गेट पर पुलिस तैनात रही।
समान कार्य समान वेतन व नियमितीकरण की मांग को लेकर चिकित्सालय के 500 से ज्यादा उपनल कर्मचारी 50 दिन से हड़ताल पर हैं। बुद्ध पार्क में डटे हैं। अस्पताल प्रशासन सफाई की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए मजदूरों को बुला रहा है। दो दिन से कर्मचारियों ने मजदूरों का विरोध किया है। उन्होंने इन मजदूरों को अस्पताल में काम नहीं करने दिया और उन्हें वापस भेज दिया। इसे लेकर कर्मचारियों की मजदूरों से नोकझोंक भी हुई। चर्चा है कि हड़ताली कर्मचारी इन मजदूरों को बुलाने वाले अधिकारी को भी धमकी दे रहे हैं। स्थिति यह रही कि दूसरे दिन भी सफाई के लिए मजदूर अंदर नहीं जा सके। इस वजह से अस्पताल के हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। गंदगी बढऩे लगी है। यही हालात रहे तो आपरेशन थिएटर में ताला लग जाएगा। स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में दिक्कत बढ़ जाएगी।
गौला के मजदूरों से काम करवाना नहीं होगा बर्दाश्त
एसटीएच उपनल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष पीएस बोरा ने कहा कि अस्पताल में सफाई व्यवस्था और वार्ड ब्वाय वाला काम कराने के लिए गौला के मजदूरों को बुलाया जा रहा है। यह ठीक नहीं है। मरीजों के साथ इस तरह का खिलवाड़ उचित नहीं है। इसलिए हम लोग विरोध कर रहे हैं। ऐसे लोगों को अंदर जाने से रोक रहे हैं। अस्पताल प्रशासन को अनुभवहीन लोगों को अस्पताल से जुड़े कार्यों में नहीं लगाना चाहिए। हम इसका आगे भी विरोध जारी रखेंगे। बोरा ने कहा कि सरकार को हमारी मांगें माननी चाहिए। तभी हम काम पर लौटेंगे। इस दौरान सुशील कुमार, महेश कुमार, हेमा आर्य, दीपिका, कैलाश, नेत्रपाल आदि शामिल रहे।
मामले से उच्चाधिकारियों को कराया अवगत : प्राचार्य
राजकीय मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी ने बताया कि अस्पताल से लेकर हास्टल में सफाई जरूरी है। हड़ताल के 50 दिन हो गए हैं। जैसे-तैसे सफाई के लिए मजदूरों को बुलाया जा रहा, लेकिन इन्हें भी रोक दिया जा रहा है। इससे आने वाले समय में समस्या और बढ़ जाएगी। इसके लिए उन्होंने उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है।