चौखुटिया में एयरपोर्ट को लेकर हलचल तेज, एयर वाइस मार्शल ने किया स्थल का निरीक्षण
झलाहाट में प्रस्तावित एयरपोर्ट निर्माण को लेकर फिर हलचल तेज हो गई है। गुरुवार को एयर वाइस मार्शल आलोक शर्मा ने वायु सेना व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ चयनित स्थल का संयुक्त निरीक्षण किया। हेलीकाप्टर उड़ान व लैंडिंग का भी जायजा लिया।
संवाद सहयोगी, चौखुटिया (अल्मोड़ा) : बैराठ नगरी की रंगीली धरती झलाहाट में प्रस्तावित एयरपोर्ट निर्माण को लेकर फिर हलचल तेज हो गई है। गुरुवार को एयर वाइस मार्शल आलोक शर्मा ने वायु सेना व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ चयनित स्थल का संयुक्त निरीक्षण किया। हेलीकाप्टर उड़ान व लैंडिंग का भी जायजा लिया। स्थल सीमांकन को लेकर एडीएम से जानकारी ली। माना जा रहा है कि एयरपोर्ट निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए जल्द ही टीम रिपोर्ट शासन को सौंपेगी।
विदित हो कि विकास खंड के झलाहाट की उपजाऊ भूमि में वर्षों से एयरपोर्ट निर्माण की कवायद चल रही है। इसके लिए वायुसेना के शीर्ष अधिकारी व टेक्निकल टीम कई बार सर्वे कर चुकी है। वहीं बीते मार्च में कुमाऊं आयुक्त भी प्रस्तावित स्थल का जायजा ले चुके हैं। वायु सेना अधिकारियों के आदेश पर एयरपोर्ट निर्माण के लिए करीब 50 हेक्टेयर जमीन चयनित की गई है। इसका पहले ही राजस्व विभाग द्वारा सीमांकन भी कर लिया गया है। गुरुवार को फिर एयर वाइस मार्शल ने अधीनस्थ टीम के साथ चिह्नित भूमि का एक से दूसरे छोर तक सघन निरीक्षण किया।
हेलीकाप्टर उड़ान व लैंडिंग संबंधी जरूरी हालात का भी जायजा लिया। निरीक्षण में उन्होंने सिविल अधिकारियों से विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा कर दिशा-निर्देश दिए। माना जा रहा है कि एयर वाइस मार्शल अपनी रिपोर्ट जल्द शासन को सौंप देंगे। इसके बाद ही एयरपोर्ट निर्माण की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
निरीक्षण के दौरान ये रहे साथ
वायु सेना के ग्रुप कैप्टन विजय आनंद, ग्रुप कैप्टन एस दासश्री, ग्रुप कैप्टन राजपूत व एसके सिंह, एडीएम बीएल फिरमाल, एसडीएम आरके पांडे, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी राकेश जोशी, तहसीलदार हेमंत मेहरा, अधिशासी अभियंता एमसी जोशी, एई मनोज कुमार पांडे, कानूनगो शंकर गिरि, राजस्व उपनिरीक्षक मनीष बिष्ट, ईश्वर सिंह रौतेला, सोनी, सहायक खंड विकास अधिकारी भीम सिंह नेगी व हिम्मत गिरि गोस्वामी समेत अन्य स्टाफ।
एयरपोर्ट निर्माण के पक्ष में नहीं ग्रामीण
एक ओर झलाहाट कृषि भूमि पर एयरपोर्ट निर्माण की प्रक्रिया चल रही है, वहीं काश्तकार इसके पक्ष में नहीं हैं। पूर्व से ही वे इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कृषि ही उनकी आजीविका का जरिया है। एयरपोर्ट बन जाने के बाद उनके समक्ष रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो जाएगा। पूर्व प्रधान मोहन सिंह, खीम सिंह कैड़ा, श्याम सिंह, कृपाल सिंह आदि ने एयरपोर्ट अन्यत्र बनाने की मांग की है।
इन गांवों के काश्तकार होंगे प्रभावित
झला, कारचूली, हाट, चेक नवाड़, कवाधार, बसनलगांव, भैल्टगांव, उडलीखान, सौनगांव व भटकोट समेत अन्य गांव।
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