उप्र की तर्ज पर सील होगी नशे के सौदागरों की संपत्ति, नैनीताल पुलिस पहली बार करेगी बड़ी कार्रवाई
एसएसपी प्रीती प्रियदर्शिनी ने बताया कि स्मैक माफिया उसकी पत्नी व सप्लायर की संपत्ति का विवरण लिया जा रहा है। स्मैक के अवैध कारोबार के बाद उन्होंने कितनी संपत्ति जोड़ी इस सब का आंकलन कर उसे सील किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : उत्तर प्रदेश की तर्ज पर अब नैनीताल पुलिस भी स्मैक तस्करों और सप्लायरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने जा रही है। हल्द्वानी में पकड़े गए स्मैक सप्लायर व मुख्य आरोपितों की संपत्ति को सील किया जाएगा। बकायदा पुलिस ने संपत्ति की जांच के लिए टीमों का गठन भी कर दिया है।
पुलिस गिरफ्त में आए स्मैक सप्लायर मुसम्मा आशकीन खान ने मीरगंज बरेली के सलमान, परवेज व बबलू से स्मैक खरीदकर लाने की बात कही है। परवेज हल्द्वानी कोतवाली में एनडीपीएस एक्ट का वांछित आरोपित है। एसएसपी प्रीती प्रियदर्शिनी ने बताया कि स्मैक माफिया, उसकी पत्नी व सप्लायर की संपत्ति का विवरण लिया जा रहा है।
स्मैक के अवैध कारोबार के बाद उन्होंने कितनी संपत्ति जोड़ी, इस सब का आंकलन कर उसे सील किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में स्मैक के खिलाफ यह दूसरी सबसे बड़ी कार्रवाई है। अब स्मैक के साथ पकड़े जाने वाले आरोपितों की संपत्ति को तत्काल सील करने की कार्रवाई होगी। इस मामले में मीरगंज बरेली निवासी आरोपित सलमान, परवेज व बबलू की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन कर दिया गया है।
स्मैक खरीदने वालों पर भी होगी कार्रवाई
स्मैक का नशा कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं। नशे का शौक आपके स्वजनों को परेशानी में डाल सकता है। पुलिस आपकी भी संपत्ति की जांच कर कार्रवाई कर सकती है। एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने दो टूक कह दिया है कि स्मैक खरीदने वालों को भी चिह्नित किया जा रहा है। स्मैक किन लोगों ने खरीदी, उनके खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।
बरेली, दिल्ली, बिलासपुर से भी वांछित
पकड़ा गया स्मैक तस्कर बेहद शातिर है। उसके खिलाफ दिल्ली, बरेली व बिलासपुर में भी स्मैक तस्करी के केस दर्ज हैं। वह पुलिस को चकमा देकर हर बार भागने में सफल हो जाता था। डीआइजी डा. नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि आरोपित को रिमांड पर लेकर अन्य जगहों की गई स्मैक तस्करी के बारे में भी पूछताछ की जाएगी।
पहाड़ पहुंचते ही बढ़ जाती थी कीमत
स्मैक की कीमत पहाड़ पहुंचते ही दोगुनी हो जाती थी। हल्द्वानी में 224.7 ग्राम स्मैक की 15 लाख रुपये है। यह स्मैक अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ व चम्पावत पहुंचते ही 20 लाख रुपये की हो जाती थी। सप्लायर अपने आने का खर्च भी स्मैक बेचकर वसूल कर लेता था।