गंगाजल उपलब्ध कराने की योजना भूला डाक विभाग, कोरोनाकाल के बाद नहीं पहुंची खेप
शुरुआत में योजना काफी अच्छी चली। हरिद्वार कुंभ नजदीक है। आस्था अनुसार हर व्यक्ति कुंभ स्नान करना चाहता है। असमर्थ लोगों को घर पर गंगाजल उपलब्ध होता लेकिन डाक विभाग ने एक साल से अधिक समय से गंगाजल उपलब्ध कराना बंद कर दिया है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : हिंदुओं में गंगाजल का अत्यधिक महत्व है। पूजा-पाठ से लेकर घर में होने वाले हर अच्छे बुरे काम में गंगाजल की जरूरत पड़ती है। लोगों की इसी जरूरत को देखते हुए डाक विभाग ने 2017 में पोस्ट आफिस पर गंगाजल उपलब्ध कराने की योजना शुरू की। शुरुआत में योजना काफी अच्छी चली। हरिद्वार कुंभ नजदीक है। आस्था अनुसार हर व्यक्ति कुंभ स्नान करना चाहता है। असमर्थ लोगों को घर पर गंगाजल उपलब्ध होता, लेकिन डाक विभाग ने एक साल से अधिक समय से गंगाजल उपलब्ध कराना बंद कर दिया है। यदाकदा पोस्ट आफिस आने वाले लोग काउंटर पर पूछकर लौट जाते हैं।
गंगोत्री, ऋषिकेश से पहुंचा था गंगाजल
डाक विभाग ने शुरुआत में ऋषिकेश से मंगाकर गंगाजल उपलब्ध कराया। बाद में गंगोत्री से भी गंगाजल उपलब्ध कराया गया। डाकघर ने पूरे साल भर लोगों को गंगाजल मुहैया कराया जाता था। 200 मिली गंगाजल 38 रुपये में उपलब्ध होता था। ऋषिकेश वाला गंगाजल 28 रुपये में मुहैया कराया गया था।
जैसी आस्था वैसी जरूरत
आस्था और विश्वास से जुड़ा पवित्र जल पूजा से लेकर घर की शुद्धि के काम आता है। सुख-शांति, वास्तुदोष खत्म करने की शक्ति होने के साथ इसे अमृत तुल्य भी माना जाता है। लोग घर में बने मंदिर में गंगाजल अवश्य रखते हैं। शिवरात्रि, नवरात्र समेत अन्य धाॢमक अनुष्ठान के दौरान इसका कई तरह से उपयोग किया जाता है। हल्द्वानी मुख्य डाकघर के पोस्ट मास्टर चंद्रशेखर परगांई ने बताया कि कोविड काल के बाद गंगाजल नहीं पहुंच पाया है।
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें