भीमताल के लोगों ने अर्धनग्न होकर किया प्रदर्शन, शराबबंदी व विकास कार्य के मुद्दे पर सरकार को घेरा

भीमताल विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने कई तरह के वादे स्थानीय जनता से किए हैं मगर उन्हें पूरा नहीं किया जा रहा है। जिससे क्षेत्रीय जनता में आक्रोश है। विकास कार्य अभी भी धरातल पर नहीं उतर सके हैं।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 05:38 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 05:38 PM (IST)
भीमताल के लोगों ने अर्धनग्न होकर किया प्रदर्शन, शराबबंदी व विकास कार्य के मुद्दे पर सरकार को घेरा
यदि विकास कार्यों को अंजाम तक नहीं पहुंचाया गया तो वह आमरण अनशन करने को भी मजबूर होंगे।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: शराबबंदी व विभिन्न विकास कार्यों के मुद्दे पर भीमताल विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने कई तरह के वादे स्थानीय जनता से किए हैं, मगर उन्हें पूरा नहीं किया जा रहा है। जिससे क्षेत्रीय जनता में आक्रोश है। विकास के नाम पर लोगों से वोट मांगे गए, लेकिन विकास कार्य अभी भी धरातल पर नहीं उतर सके हैं। ऐसे में यदि विकास कार्यों को अंजाम तक नहीं पहुंचाया गया तो वह आमरण अनशन करने को भी मजबूर होंगे।

भीमताल विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने शनिवार को हल्द्वानी तिकोनिया स्थित बुद्ध पार्क में पहुंचकर जमकर प्रदर्शन किया। वर्तमान विधायक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि उन्हें विकास के नाम पर छला जा रहा है। नेता वादे करके क्षेत्र की जनता को भूल जा रहे हैं। जिसका खामियाजा है कि स्थानीय लोगों को बड़े स्तर पर परेशानी उठानी पड़ रही है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य विजय बोरा ने कहा कि शराबबंदी के खिलाफ लंबे समय से क्षेत्र में आंदोलन चलाया गया। वहीं विधानसभा चुनाव में शराब बंदी लागू करने के वादे के साथ लोगों ने वोट भी दिया। लेकिन सरकार बनते ही विधायक जी अपने वादे भूल गए। जबकि स्थानीय जनता शराब के चक्कर में फस कर अपनी गाढ़ी कमाई लुटाने को मजबूर है।

इसी के साथ खनस्यु, रामगढ़ में तहसील बनाने का वादा भी किया गया। जिसके लिए पूर्ववर्ती हरीश रावत सरकार की तरफ से किए गए वादे को भाजपा सरकार ने एक इंच भी आगे नहीं बढ़ने दिया। जिसका परिणाम है कि लोगों को तहसील के लिए लंबी दूरी का चक्कर लगाना पड़ता है। ओखल कांडा में उप मंडी बनाने का प्रस्ताव भी अधर में लटका हुआ है।

स्थिति यह है कि किसानों को अपना माल हल्द्वानी मंडी भेजना पड़ता है। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में खराब रास्ते और पहाड़ी से मलबा गिरने की वजह से रास्ता बाधित हो जाता है। जिससे कई दिनों तक पड़े रहने की वजह से फल और सब्जियां बड़े स्तर पर खराब हो रहे हैं। लेकिन स्थानीय स्तर पर नेताओं को किसानों और बागवानों की कोई फिक्र नहीं है। क्षेत्र में पंपिंग योजना का कार्य भी लंबे समय से लटका हुआ है। जिससे आए दिन लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने कहा कि वह अपनी मांगों के संबंध में स्थानीय प्रतिनिधियों और जिलाधिकारी को भी ज्ञापन दे रहे हैं। यदि उनकी मांगों पर अमल नहीं किया गया तो वह आमरण अनशन करने को मजबूर होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी। इस मौके पर मुकेश परगई, केडी रुबाली, कुंवर मटियाली, दीवान सिंह मटियाली, शोभन चिलवाल, सुंदर बरगली, हिमेश सुयाल, योगेश श्रीवाल आदि मौजूद थे।

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