रंगमंचीय कलाकारों की पीड़ा को फेस्टिवल में मिली जगह

लॉकडाउन की मुश्किलों को झेल रहे हल्द्वानी के रंगमंचीय कलाकारों ने शार्ट फिल्म के जरिये अपनी पीड़ा दर्शायी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Aug 2020 03:59 AM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 06:16 AM (IST)
रंगमंचीय कलाकारों की पीड़ा को फेस्टिवल में मिली जगह
रंगमंचीय कलाकारों की पीड़ा को फेस्टिवल में मिली जगह

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : लॉकडाउन की मुश्किलों को झेल रहे हल्द्वानी के रंगमंचीय कलाकारों ने शार्ट फिल्म के जरिये अपनी पीड़ा दर्शायी है। आकाश नेगी निर्देशित कोरोना कॉलम फिल्म घर में ही रिकॉर्ड किया गया। फिल्म को निर्मल पाडे स्मृति फिल्म फेस्टिवल में देश-दुनिया से प्राप्त चयनित शॉर्ट फिल्मों में शामिल किया गया है। शनिवार को फिल्म ऑनलाइन प्रदर्शित की गई, जिसे दर्शकों ने काफी सराहा।

लॉकडाउन के चलते सभी के रोजगार पर असर हुआ है। धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है तो सभी लोग रोजगारों की ओर लौटने लगे हैं, लेकिन एक तबका अब भी किसी चमत्कार की उम्मीद में बैठा है। ये तबका है हल्द्वानी शहर में रंगमंच से आजीविका चला रहे कलाकार। कलाकारों की इन्हीं हालातों की बात कहती है लघु फिल्म कोरोना कालम। इसके निर्देशक आकाश लंबे समय से रंगमंच और सिनेमा से जुड़े रहे हैं। फिल्म में अभिनय कर रहे चारू तिवारी भी कई वर्षो से रंगमंच और सिनेमा से जुड़े हैं। फिल्म में अन्य भूमिकाओं में नवोदित कलाकार अथर्व नेगी और पूजा नेगी हैं। पाच मिनट की लघु फिल्म को यूट्यूब पर भी देखा जा सकता है।

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कोरोना की वजह से रंगमंच से जुड़े ऐसे कलाकार जिनकी रोजी-रोटी इसी काम से चलती है, वह काफी प्रभावित हैं। हमने अपनी व्यथा दिखाने का प्रयास किया है। खुशी है कि फिल्म फेस्टिवल के लिए उसे चुना गया।

-आकाश नेगी, लेखक व निर्देशक

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हल्द्वानी में कई कलाकार रंगमंच से जुड़े हैं। कोरोना काल को कई महीने बीत गए हैं। दुर्भाग्य की बात है कि अभी तक सरकार ने हम जैसे लोगों के लिए कोई फैसला नहीं लिया। कोरोना काल हमारे लिए सबसे मुश्किल दौर है।

-चारू तिवारी, रंगकर्मी

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