ट्रंचिंग ग्राउंड की आग बुझाने के ल‍िए जारी धरना समाप्त, फायर ब्रिगेड की मदद से बुझाई जा रही आग

चार हेक्टेयर में फैले ट्रंचिंग ग्राउंड के कूड़े में बुधवार रात आग धधक गई थी। इसके विरोध में सपा प्रदेश महासचिव शोएब अहमद स्थानीय लोगों के साथ गुरुवार को धरने पर बैठ गए। शोएब ने एलान किया था कि आग पूरी तरह बुझा नहीं ली जाती धरने पर डटे रहेंगे।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Fri, 09 Apr 2021 05:56 PM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 05:56 PM (IST)
ट्रंचिंग ग्राउंड की आग बुझाने के ल‍िए जारी धरना समाप्त, फायर ब्रिगेड की मदद से बुझाई जा रही आग
चार फायर ब्रिगेड वाहन व टैंकरों की मदद से आग बुझाने का काम जारी रहा।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : ट्रंचिंग ग्राउंड की आग बुझाने को लेकर चल रहा धरना शुक्रवार को समाप्त हो गया। आंदोलनकारी रातभर धरने पर बैठे रहे। कूड़ा लदे वाहन खाली न होने व घरों से कूड़ा नहीं उठने से लोगों व नगर निगम के सामने मुसीबत खड़ी हो गई थी। नगर निगम व प्रशासन के दबाव के बाद आंदोलनकारी धरने से उठ गए। कूड़ा पडऩे के बाद नगर निगम ने राहत की सांस ली। नगर निगम की टीम दिनभर आग बुझाने में जुटी रही।

चार हेक्टेयर में फैले ट्रंचिंग ग्राउंड के कूड़े में बुधवार रात आग धधक गई थी। इसके विरोध में सपा प्रदेश महासचिव शोएब अहमद स्थानीय लोगों के साथ गुरुवार को धरने पर बैठ गए। शोएब ने एलान किया था कि जब तक आग पूरी तरह बुझा नहीं ली जाती, धरने पर डटे रहेंगे। टैंट लगाकर पूरी रात धरने पर जमे रहे। कूड़ा वाहन खाली नहीं होने से शुक्रवार सुबह घरों से कूड़ा नहीं उठ रहा था। ऐसे में लोगों का गुस्सा भी बढ़ रहा था। शुक्रवार सुबह 11 बजे एसडीएम विवेक राय, एसएनए विजेंद्र चौहान, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. मनोज कांडपाल मौके पर पहुंचे। टीम ने आग लगाने वालों पर नजर रखने के लिए ट्रंचिंग ग्राउंड में सीसीटीवी लगाने व रात्रि सुरक्षा गार्ड तैनात करने का आश्वासन दिया। बाद में चार फायर ब्रिगेड वाहन व टैंकरों की मदद से आग बुझाने का काम जारी रहा।

प्लांट के लिए 12 को खुलेगा टेंडर

ट्रंचिंग ग्राउंड में प्रस्तावित कंपोस्ट प्लांट का टेंडर 12 अप्रैल को खुलना है। मेयर की अध्यक्षता वाली टेंडर समिति के समक्ष टेंडर खोले जाएंगे। कई कंपनियों ने ऑनलाइन टेंडर डाले हैं। पिछली बार एकमात्र कंपनी के टेंडर आने से निविदा निरस्त करनी पड़ी थी। टेंडर होने के बाद प्लांट बनने में एक वर्ष का समय लगेगा।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी