गिरिजा मंदिर की सुरक्षा की शासन ने नहीं ली सुध, मंदिर की सुरक्षा के लिए नहीं मिला बजट

निर्णय हुआ था कि फिलहाल टीले में वायर क्रेट लगाया जाएगा। बाद में शासन से पैसा मिलने के बाद मंदिर के चारों मिट्टी के टीले की सुरक्षा के लिए राउंड सीढिय़ां बनाई जाएगी। निरीक्षण के एक सप्ताह के भीतर सिंचाई विभाग ने प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया था।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 06:33 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 06:33 AM (IST)
गिरिजा मंदिर की सुरक्षा की शासन ने नहीं ली सुध, मंदिर की सुरक्षा के लिए नहीं मिला बजट
नदी में आई बाढ़ से टीले का कमजोर होने की आशंका जताई जा रही है।

जागरण संवाददाता, रामनगर : आस्था के धाम मां गिरिजा देवी के जिस मंदिर में नेता मत्था टेक कर मन्नत मांगते हैं। उसी मंदिर की सुरक्षा के लिए नेता गंभीर नहीं दिखते हैं। सात माह पूर्व मंदिर की सुरक्षा के लिए भेजे गए प्रस्ताव को शासन भूल गया। मंगलवार को नदी में आई बाढ़ से टीले का कमजोर होने की आशंका जताई जा रही है।

गिरिजा मंदिर के मिट्टी के टीले को वर्ष 2010 में कोसी नदी में आई बाढ़ से खतरा पैदा हो गया था। इसी साल फरवरी में जिला प्रशासन द्वारा लिखे पत्र के बाद आइआइटी रूड़की से 26 मार्च को सिविल इंजीनियर विभाग के प्रोफेसर डा. सत्येंद्र मित्तल, इंजीनियर दिनेश कुमार व निहारिका पहुंची थी। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ गिरिजा मंदिर का निरीक्षण किया था। मौके पर निर्णय हुआ था कि फिलहाल टीले में वायर क्रेट लगाया जाएगा। बाद में शासन से पैसा मिलने के बाद मंदिर के चारों मिट्टी के टीले की सुरक्षा के लिए राउंड सीढिय़ां बनाई जाएगी। निरीक्षण के एक सप्ताह के भीतर सिंचाई विभाग ने निरीक्षण में तय बिंदुओं का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया था।

मंदिर में वायर क्रेट तो सिचाई विभाग ने लगा दी थी। लेकिन मन्दिर की सुरक्षा के शासन से अब तक बजट नहीं मिला है। इससे साफ है शासन मंदिर की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है। बरसात का सीजन शुरू होने के बाद भी शासन ने कोई रुचि नहीं दिखाई। मंगलवार को बाढ़ का पानी फिर मंदिर के आधे तक पहुंच गया था। गनीमत रहा कि मंदिर को बाढ़ से कोई खतरा नहीं हुआ। मंदिर के पुजारी मोहन चन्द्र पांडे ने बताया कि पानी कम होने के बाद टीले की स्थिति पता लग पाएगी। सिचाई विभाग के ईई केसी उनियाल ने बताया कि प्रस्ताव भेजा गया था। अब तक कोई पैसा नहीं मिला है।

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