छात्राओं ने उठाई कन्याधन की धनराशि एकमुश्त देने की मांग, दी आंदोलन की चेतावनी

शनिवार को लोहाघाट रोडवेज स्टेशन में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कहा कि वर्ष 2017 में आवेदन करने के बाद अभी तक उन्हें योजना का लाभ नहीं मिला है। छात्राओं ने योजना का लाभ शीघ्र एकमुश्त नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 07:34 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 07:34 PM (IST)
छात्राओं ने उठाई कन्याधन की धनराशि एकमुश्त देने की मांग, दी आंदोलन की चेतावनी
2017 में उन्होंने योजना के लिए आवेदन किया था लेकिन उन्हें अभी तक योजना का लाभ नहीं मिला है।

जागरण संवाददाता, लोहाघाट : वर्ष 2017 में नंदा गौरा कन्या धन योजना के लिए आवेदन कर चुकी छात्राओं ने एक मुश्त निर्धारित 51 हजार रुपये की धनराशि दिए जाने की मांग की है। इस मांग को लेकर उन्होंने शनिवार को लोहाघाट रोडवेज स्टेशन में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कहा कि वर्ष 2017 में आवेदन करने के बाद अभी तक उन्हें योजना का लाभ नहीं मिला है। छात्राओं ने योजना का लाभ शीघ्र एकमुश्त नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। 

कविता मुरारी, कविता बिष्ट, नेहा फत्र्याल, सोनाली ढेक के नेतृत्व में रोडवेज स्टेशन में छात्राओं ने राज्य सरकार पर बालिकाओं को कन्या धन योजना का लाभ नहीं देने का आरोप लगाया। कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का सरकार का नारा दिखावटी है। जिले की सैकड़ों छात्राएं नंदा गौरा कन्या धन योजना का लाभ लेने के लिए भटक रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में उन्होंने योजना के लिए आवेदन किया था लेकिन उन्हें अभी तक योजना का लाभ नहीं मिला है। सरकार अब उनके दुबारा आवेदन भरवा रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017-18 में आवेदन कर चुकी छात्राओं को सरकार अलग-अलग किश्तों में सिर्फ 31 हजार रुपया दे रही है। जबकि उसके बाद की छात्राओं को 51 हजार रुपये की राशि एक मुश्त दी जा रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें भी 51 हजार रुपये की राशि एक मुश्त दी जाए। प्रदर्शन करने वालों में अंजली टम्टा, नेहा फत्र्याल, रुचि करायत, राखी करायत, प्रीति फत्र्याल, सोनाली ढेक, नीलम बिष्ट, पूजा जोशी, शीतल बिष्ट, पूजा सामंत, संगीता बिष्ट, बबीता चिल्कोटी, रवीना बिष्ट सहित दर्जनों छात्राएं शामिल थीं।  

अभिभवकों ने दी चुनाव बहिष्कार की धमकी 

लोहाघाट : नंदा गौरा कन्या धन योजना का लाभ न मिलने से जहां छात्र-छात्राएं आंदोलनरत हैं वहीं अभिभावकों में भी आक्रोश है। अभिभावकों ने इसे बेटियों के स्वाभिमान का मुद्दा बताते हुए शीघ्र धनराशि न मिलने पर विधान सभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी भी दी है। अभिभावक प्रकाश ढेक ने बताया कि उनके क्षेत्र की छात्राओं को वर्ष 2017 से अभी तक योजना का लाभ नहीं मिला है। इंटर कॉलेज सुईं के अभिभावक राजेश चौबे, निर्मल चौबे, प्रकाश खर्कवाल, शेखर राम आदि ने बताया कि वर्ष 2019 में उनकी बेटियों को विद्यालय की लारवाही से योजना का लाभ नहीं मिल पाया। नए सिरे से आवेदन पत्र जमा करने के बाद अभी तक योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। शीघ्र धनराशि नहीं मिली तो अभिभावक विधान सभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। उन्होंने जनप्रतिनिधियों पर इस मामले में बालिकाओं का सहयोग न करने का आरोप लगाया।

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