भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में बनेगा पहला कोल्ड स्टोर, सीमांत के लोगों की आजीविका में होगा सुधार

भारत नेपाल सीमा से लगे गर्खा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले दर्जनों गांव जिले में सबसे ज्यादा सीट्रिक फल (नींबू माल्टा संतरा) का उत्पादन करते हैं। नंवबर माह में बाजार में आने वाले इन फलों को फरवरी माह तक बेच लेने की बाध्यता रहती है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 06:12 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 06:12 AM (IST)
भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में बनेगा पहला कोल्ड स्टोर, सीमांत के लोगों की आजीविका में होगा सुधार
कोल्ड स्टोर स्थापित हो जाने से सीट्रिक फल उत्पादक बेल्ट के काश्तकारों की आजीविका में सुधार होगा।

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में पहला कोल्ड स्टोर स्थापित होगा। केंद्र सरकार के बार्डर एरिया डेवपलमेंट प्रोग्राम के तहत कोल्ड स्टोर की स्वीकृति मिल गई है। कोल्ड स्टोर स्थापित हो जाने से सीट्रिक फल उत्पादक बेल्ट के काश्तकारों की आजीविका में सुधार होगा। फलों को संरक्षित न रख पाने से कई उत्पादकों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। वे या तो फलों को सड़ जाने दें या फिर औने पौने दामों में बेच दें। अब इस समस्या से निजात मिलेगी और उनकी आय भी बढ़ेगी।

भारत नेपाल सीमा से लगे गर्खा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले दर्जनों गांव जिले में सबसे ज्यादा सीट्रिक फल (नींबू, माल्टा, संतरा) का उत्पादन करते हैं। नंवबर माह में बाजार में आने वाले इन फलों को फरवरी माह तक बेच लेने की बाध्यता रहती है। बाजार में इस समय इन फलों की भरमार रहती है, जिसके चलते किसानों को अपेक्षित दाम नहीं मिल पाता है। गर्मियों के सीजन में भी इन फलों की खासी मांग रहती है। इसे देखते हुए लंबे समय से इस क्षेत्र में एक कोल्ड स्टोर स्थापना की आवश्यकता महसूस की जा रही थी।

इस आवश्यकता को देखते हुए कनालीछीना विकास खंड के माध्यम से कोल्ड स्टोर स्थापित किए जाने का प्रस्ताव भेजा गया था। बार्डर एरिया डेवलपमेंट प्रोग्राम (बीएडीपी) के तहत इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई है। कोल्ड स्टोर स्थापित करने में 20 लाख रुपये की धनराशि खर्च की जाएगी। मझेड़ा गांव में कोल्ड स्टोर स्थापित किया जाएगा। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से क्षेत्र के काश्तकारों को इसका लाभ दिया जाएगा। कोल्ड स्टोर की स्वीकृति से क्षेत्र के काश्तकार गदगद हैं।

बीडीओ बालम सिंह बिष्ट का कहना है कि मझेड़ा गांव में कोल्ड स्टोर स्थापना की स्वीकृति मिल गई है। इसके लिए निविदा भी जारी कर दी गई है। 20 लाख की लागत से बनने वाले इस कोल्ड स्टोर में क्षेत्र के उत्पादक स्वयं सहायता के माध्यम से अपने फलों को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकेंगे।

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