बहुचर्चित कैमुना घोटाले में फरार असिस्टेंट मैनेजर गिरफ्तार, निवेशकों को झांसा देकर हड़प लिए थे 56 लाख रुपये

घोटाला प्रकरण में फरार चल रहे असिस्टेंट डिविजनल मैनेजर भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे मंडलसेरा (बागेश्वर) में दबिश देकर दबोचा गया। मुख्य आरोपित मैनेजिंग डायरेक्टर पहले ही जेल जा चुका है। 56 लाख की धोखाधड़ी से जुड़े इस मामले में यह दूसरी गिरफ्तारी है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 04:13 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 04:13 PM (IST)
बहुचर्चित कैमुना घोटाले में फरार असिस्टेंट मैनेजर गिरफ्तार, निवेशकों को झांसा देकर हड़प लिए थे 56 लाख रुपये
17 जुलाई को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने उसके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया।

जागरण संवाददाता, अल्मोडा : बहुचर्चित कैमुना क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी घोटाला प्रकरण में फरार चल रहे असिस्टेंट डिविजनल मैनेजर भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे मंडलसेरा (बागेश्वर) में दबिश देकर दबोचा गया। मुख्य आरोपित मैनेजिंग डायरेक्टर पहले ही जेल जा चुका है। 56 लाख की धोखाधड़ी से जुड़े इस मामले में यह दूसरी गिरफ्तारी है।

मामला 17 अक्टूबर 2020 का है। लखनऊ की कैमुना सोसायटी ने सोमेश्वर में मिनी बैंक खोला था। बाद में सोसायटी ने निवेशकों के करीब 56 लाख रुपये हड़प लिए। बहुचर्चित घोटाले में नया गंज तिराहा जौनपुर (उप्र) निवासी मुख्य आरोपित मैनेजिंग डायरेक्टर प्रदीप कुमार अस्थाना व असिस्टेंट डिवीजनल मैनेजर दीपक राम पुत्र जोगा राम निवासी बनेगांव उपराड़ी तहसील कांडा तथा हाल निवासी भागीरथी बाईपास मंडलसेरा निकट पुराना सीएमओ कार्यालय (बागेश्वर) समेत पांच आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। तभी से आरोपित दीपक राम फरार था।

बीती 17 जुलाई को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने उसके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया। एसओ सोमेश्वर राजेंद्र सिंह बिष्ट, कांस्टेबल गोपाल गिरि व सतीश उपाध्याय ने मंडलसेरा में दबिश दे उसे धर लिया। शुक्रवार को न्यायालय में पेशी के बाद उसे जेल भेज दिया गया। एसएसपी पंकज भट्ट ने गुडवर्क पर टीम को पुरस्कृत किया।

ये था मामला

लखनऊ (उत्तर प्रदेश) की कैमुना सोसायटी ने अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत आदि के साथ ही मई 2013 में सोमेश्वर में मिनी बैंक खोला था। इसके जरिये डेली कलेक्शन, एफडी व आरडी के साथ ही कैमुना नाम से सहकारी विकासपत्र, शुभलक्ष्मी व सावधि योजना शुरू की गई। शुरूआत में सोसायटी ने लोगों को झांसे में लेने को ईमानदारी दिखाई। मगर बाद में निवेशकों के साथ धोखाधड़ी कर मोटी रकम हड़प ली।

बागेश्वर में तैनात था दीपक राम

मुख्य आरोपित मैनेजिंग डायरेक्टर अस्थाना को को बीते वर्ष 27 फरवरी को चंपावत पुलिस ने अलीगंज लखनऊ स्थित मुख्यालय से पकड़ा था। वांछित दीपक राम बागेश्वर शाखा में बतौर असिस्टेंट डिविजनल मैनेजर कार्यरत था। उसके खिलाफ सोमेश्वर के साथ ही बैजनाथ थाना (बागेश्वर कोतवाली) व बेरीनाग (पिथौरागढ़) में मुकदमा दर्ज है। एसएसपी पंकज भटट का कहना हैै कि सोसायटी ने मिनी बैंक खोल लोगों के साथ धोखाधड़ी की। अब तक दो को पकड़ा जा चुका है। घोटाले में लिप्त तीन आरोपित फरार हैं। उनकी धरपकड़ तेज कर दी है।

chat bot
आपका साथी