नारायण नगर में कूड़ा रिसाइकल प्लांट स्थापित करने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी
नैनीताल से निकलने वाले कूड़े का शहर के समीप ही निस्तारण करने का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है। नगर पालिका ने नारायण नगर में कूड़ा रिसाइकल प्लांट स्थापित करने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है।
नैनीताल, जागरण संवाददता : नैनीताल से निकलने वाले कूड़े का शहर के समीप ही निस्तारण करने का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है। नगर पालिका ने नारायण नगर में कूड़ा रिसाइकल प्लांट स्थापित करने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है। जल्द इस संबंध में अनुबंध होने के बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
बता दें कि शहर से रोजाना औसतन 20 टन गीला व सूखा कचरा निकलता है। पर्यटन सीजन में यह मात्रा 23 से 25 तक पहुंच जाती है। जिसका निस्तारण करना नगरपालिका के लिए बड़ी समस्या बना हुआ है। पूर्व में हाईकोर्ट के आदेशों के बाद बीते चार वर्षों से शहर से निकलने वाले कूड़े को हल्द्वानी भिजवाया जा रहा है। जिसमें पालिका को वाहनों की आवाजाही के लिए अतिरिक्त खर्चा वहन करना पड़ रहा है। समस्या को देखते हुए डीएसबी परिसर स्थित नैनोसाइंस एवं नैनो टेक्नोलॉजी सेंटर की ओर से अमृतम ( अ मल्टीडाइन्सिनल रेमीडिएशन एंड इन्नोवेटिव टेलरिंग आफ मैटेरियलिस्टिक वेस्ट) प्रोजेक्ट बनाया गया था। जिसे जीबी पंत हिमालय पर्यावरण एवं विकास संस्थान अल्मोड़ा के राष्ट्रीय हिमालय मिशन के अंतर्गत वन एवं पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार को भेजा गया था।
मंत्रालय ने यह प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए 2.29 करोड़ की धनराशि बीते वर्ष ही पालिका के खाते में हस्तांतरित कर दी। मगर बीते वर्ष कोविड के चलते कार्य शुरू नहीं हो पाया। करीब डेढ़ वर्ष बाद एक बार फिर पालिका ने प्लांट स्थापित करने को लेकर कवायद शुरू की। दो माह पूर्व प्लांट स्थापित करने को लेकर टेंडर निकाले गए, मगर शुरुआत में कोई भी कंपनी अथवा ठेकेदार द्वारा आवेदन नहीं किया गया। तीन बार मांगे गए आवेदनों के बाद आखिरकार पालिका ने टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है। जल्द ठेकेदार से इस संबंध में अनुबंध करने के बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।
प्रदेश के लिए नजीर साबित होगी यह परियोजना
तैयार किए गए प्रोजेक्ट के मुताबिक शहर के नारायण नगर क्षेत्र में नैनोसाइंस एंड नैनोटेक्नोलॉजी विभाग द्वारा प्लास्टिक अप साइकलिंग मशीन स्थापित की जाएगी। जिससे रोजाना करीब 50 टन सूखा कूड़ा रिसाइकल करने की क्षमता होगी। इतनी भारी मात्रा में प्लास्टिक रिसाइकल करने वाला यह प्रदेश का पहला रिसाइकल प्लांट होगा। अगर प्रयोग सफल रहा तो विभाग अन्य निकायों में भी प्लांट स्थापित करने की कवायद करेगा।
प्लास्टिक से बनेगा ग्रैफिंग एलपीजी और पेट्रोलियम पदार्थ
अप्साईक्लिंग मशीन में प्लास्टिक को रिसाइकल करने के बाद ग्रेफिन, एलपीजी और पेट्रोल- डीजल जैसे पदार्थ का उत्पादन किया जा सकेगा। जिससे कूड़े का निस्तारण तो होगा ही, पालिका की आय में बढ़ोतरी भी होगी।
बड़ी मात्रा में जैविक खाद का भी हो पाएगा उत्पादन
रिसाइकल प्लांट के समीप की गीले कचरे को निस्तारित करने के लिए पिट का निर्माण कार्य करवाया जाएगा। जिसमें करीब दो दर्जन से अधिक पिट बनाए जाने की योजना है। जिसमें गीले कचरे से जैविक खाद का उत्पादन किया जाएगा। ईओ नगर पालिका नैनीताल अशोक वर्मा ने बताया कि कूड़ा साइकल प्लांट स्थापित करने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अनुबंध के लिए दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं। एक से दो सप्ताह के भीतर अनुबंध करने के बाद प्लांट की स्थापना को लेकर निर्माण कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।