दस दिन बीतने के बाद भी आदमखोर तेंदुए का कुछ पता नहीं

ओखलकांडा के तुषराड़ धैना और बारजाला में आदमखोर तेंदुआ लापता हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 05:30 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 05:30 AM (IST)
दस दिन बीतने के बाद भी आदमखोर तेंदुए का कुछ पता नहीं
दस दिन बीतने के बाद भी आदमखोर तेंदुए का कुछ पता नहीं

संस, भीमताल : ओखलकांडा के तुषराड़ धैना और बारजाला में आदमखोर तेंदुआ 'लापता' हो गया है। तीन महिलाओं को मारने की घटना को दस दिन से भी अधिक हो चुके हैं, मगर वह शिकारियों को अब नजर नहीं आ रहा है। इधर, वन विभाग की टीम के साथ शिकारी लखपत सिंह रावत ने तुषराड़ व आसपास के क्षेत्रों में कांबिंग की। अब तक केवल तेंदुए के बाहर जाने के पदचिन्ह ही दिखाई दिए हैं। वहीं, रेंजर शशि बिष्ट ने बताया कि हंटरों के मुताबिक यह भी संभव है कि तेंदुआ जंगल में कही दूर जाकर किसी अन्य जनपद में पहुंच चुका हो। लोगों ने वाट्सएप ग्रुप बनाया

भीमताल : विकासखंड ओखलकांडा के धैना क्षेत्र में लोगों ने एक-दूसरे की कुशलता पूछने के लिए वाट्सएप ग्रुप बनाया है। इससे अगर कहीं तेंदुआ दिखता है तो उसकी जानकारी अन्य लोगों को भी दी जा सकेगी।

स्थानीय शिकारियों को भी मिले शिकार करने की अनुमति

विधायक राम सिंह कैड़ा ने मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन से दोबारा शिकारियों की संख्या बढ़ाने और स्थनीय शिकारियों को भी आदमखोर का शिकार करने की अनुमति देने की मांग की है। विधायक ने बताया कि कई स्थानीय लोगों के पास लाइसेंसी बंदूकें हैं। बताया कि लोकल स्तर पर यदि आदमखोर शिकारी होंगे तो तेंदुए के दिखाई देने पर तुरंत उसको मारा जा सकता है।

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