जीआइसी भवाली के प्रवक्ता पर मुकदमा, जीआइसी बनभूलपुरा के प्रधानाचार्य से पिटाई का मामला

बनभूलपुरा थाना प्रभारी आसिफ खान ने बताया कि मामले में पूर्व में एनसीआर दर्ज की गई थी। इसकी जांच चल रही थी। जांच के बाद अब प्रवक्ता पुष्पेश सांगा पर पांच धाराओं में केस दर्ज किया गया है। प्रवक्ता पूर्व में राइंका बनभूलपुरा में कार्य कर चुके हैं।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 05:44 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 05:44 PM (IST)
जीआइसी भवाली के प्रवक्ता पर मुकदमा, जीआइसी बनभूलपुरा के प्रधानाचार्य से पिटाई का मामला
सरकारी कार्य में बांधा डालने, जान से मारने की धमकी देने समेत अन्य धाराओं में कार्रवाई हुई है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: पुलिस ने राजकीय इंटर कालेज बनभूलपुरा के प्रधानाचार्य से मारपीट के मामले में जीआइसी भवाली के जीव विज्ञान प्रवक्ता पर केस दर्ज किया है। जांच में आरोप सिद्ध होने पर प्रवक्ता पर सरकारी कार्य में बांधा डालने, जान से मारने की धमकी देने समेत अन्य धाराओं में कार्रवाई हुई है।

बनभूलपुरा इंटर कालेज के प्रधानाचार्य ने 23 मार्च 2021 को स्थानीय थाने में तहरीर देकर बताया था कि जीआइसी भवाली में तैनात जीव विज्ञान प्रवक्ता ने स्कूल के खिलाफ आरटीआइ लगाई थी। इसका जवाब उन्हें दे दिया गया था। इसके बावजूद प्रवक्ता कालेज में आए और दस्तावेजों का मिलान करने लगे। दस्तावेजों की वीडियोग्राफी करने पर उन्होंने मना किया था। इसी बीच प्रवक्ता ने उनकी पिटाई कर दी। साथ ही गालीगलौज व जान से मारने की धमकी दी। बनभूलपुरा थाना प्रभारी आसिफ खान ने बताया कि मामले में पूर्व में एनसीआर दर्ज की गई थी। इसकी जांच चल रही थी। जांच के बाद अब प्रवक्ता पुष्पेश सांगा पर पांच धाराओं में केस दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि प्रवक्ता पूर्व में राइंका बनभूलपुरा में कार्य कर चुके हैं। 

श्रमिकों के बच्चों को मिलेगी 10 हजार तक की छात्रवृत्ति

हल्द्वानी: भवन एवं अन्य सन्निर्माण कल्याण बोर्ड में पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति पाने का सुनहरा मौका है। श्रम विभाग में रजिस्ट्रेशन कराने के बाद 1800 से लेकर दस हजार तक की छात्रवृत्ति मिल सकती है। इसके लिए मार्च 2022 तक श्रम कार्यालय पहुंच हर हाल में आवेदन करना होगा। नैनीताल जिले में वर्तमान में करीब 38 हजार मजदूर विभाग में पंजीकृत हैं। सरकार की तरफ से शैक्षिक विकास के लिए यह योजना संचालित की जाती है।

श्रम विभाग के मुताबिक चार अलग-अलग कैटेगिरी में योजना का लाभ मिलता है। कक्षा एक से पांच तक 1800 रुपये सालाना, छह से आठ तक 2400, 9 से 12 तक 3000 और उच्च शिक्षा के लिए दस हजार की सालाना छात्रवृत्ति मिलती है। सरकारी भवन निर्माण से जुड़े कार्यों पर लागू सेस से यह रकम जुटाई जाती है। चयनित छात्रों के पैसे सीधा श्रमिकों के खाते में ट्रांसफर होते हैं। सहायक श्रमायुक्त कमल जोशी ने बताया कि छात्रवृत्ति के आवेदन खुले हुए हैं। श्रमिक सुविधा केंद्र के माध्यम से पंजीकृत श्रमिक योजना के लाभ को आवेदन कर सकते हैं। 
chat bot
आपका साथी