पहली बार जिले में 27400 लोगों को वैक्‍सीनेट करने का लक्ष्‍या, हलद्वानी में मिनी स्टेडियम में होगा टीकाकरण

कोविड वैक्सीनशन अभियान को और वृहद करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। 23 अगस्त को मिनी स्टेडियम में भव्य शिविर लगेगा। वहीं जिले में 27400 लोगों को टीका लगाने का अब तक का सबसे बड़ा लक्ष्य तय किया गया है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 23 Aug 2021 09:01 AM (IST) Updated:Mon, 23 Aug 2021 09:01 AM (IST)
पहली बार जिले में 27400 लोगों को वैक्‍सीनेट करने का लक्ष्‍या, हलद्वानी में मिनी स्टेडियम में होगा टीकाकरण
पहली बार जिले में 27400 लोगों को वैक्‍सीनेट करने का लक्ष्‍या, हलद्वानी में मिनी स्टेडियम में होगा टीकाकरण

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कोविड वैक्सीनशन अभियान को और वृहद करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। 23 अगस्त को मिनी स्टेडियम में भव्य शिविर लगेगा। वहीं, जिले में 27400 लोगों को टीका लगाने का अब तक का सबसे बड़ा लक्ष्य तय किया गया है।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रश्मि पंत ने बताया कि जिले में 57 वैक्सीनेशन केंद्र बनाए गए हैं। हल्द्वानी में ही 19 केंद्र बनाए हैं। सबसे बड़ा केंद्र मिनी स्टेडियम है। वहां पर टेंट व कुर्सियां लगाई गई हैं। एक हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण का लाभ उठाने की अपील की गई है। मिनी स्टेडियम में तैयारियों के लिए सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने जायजा लिया।

केवल एक मरीज कोरोना संक्रमित

कोरोना संक्रमित मरीज कम हो गए हैं। पिछले कुछ दिनों तक जिले में एक भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं पाया गया है। जबकि 700 से 1200 लोगों की कोरोना जांच हो रही है। हेल्थ रिपोर्ट के अनुसार रविवार को एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया है।

नेस से पता चलेगा कोरोना ने बच्‍चों को कितना प्रभावित किया

स्कूली बच्चों की विषयों को सीखने और समझने की क्षमता का आकलन करने के लिए नवंबर में राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (नेस) होगा। प्राथमिक स्तर पर तीन, जूनियर में चार व माध्यमिक स्तर पर पांच विषयों में सर्वे होगा। कोरोनाकाल में लंबे समय तक स्कूल बंद करने से बच्चों की समझ पर कितना प्रभाव पड़ा, सर्वे से यह भी सामने आएगा।

नेस परखता है बच्‍चों का ज्ञान

नेस से बच्चों की समझ को परखा जाता है। इससे पाठ्यक्रम में बदलाव, सीखने-सिखाने के लिए विशेष कार्ययोजना बनाने, सरकारी व निजी स्कूलों के बच्चों में एकेडमिक तौर पर अंतर को अलग-अलग ग्रेडिंग के आधार पर परखा जाता है। कोरोना के कारण प्राथमिक स्कूल डेढ़ साल से नहीं खुल पाए हैं। ऐसे में बच्चों को परखने में नेस अहम साबित होगा। महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा ने सभी सीईओ को पत्र लिखकर 12 नवंबर को होने वाली परीक्षा के लिए तैयारी करने को कहा है। परीक्षा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के समन्वयक से होगी।

चार कक्षाओं की होगी परीक्षा

कक्षा तीन व पांच में पर्यावरण अध्ययन, हिंदी, गणित, कक्षा आठ में हिंदी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, कक्षा दस में हिंदी, गणित, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान व अंग्रेजी की परीक्षा होगी। परीक्षा रेंडम सर्वे पर आधारित होती है।

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