तीसरे दिन भी नहीं खुला टनकपुर-तवाघाट हाईवे, गोरी नदी का जलस्तर बढ़ने से चार गांवों का संपर्क कटा

बीते मंगलवार को पूरे दिन हुई भारी बारिश के कारण टनकपुर-तवाघाट हाइवे तीसरे दिन यानी गुरुवार को भी यातयात के लिए नहीं खुल सका है। घाट के निकट दिल्ली बैंड के पास बलबा आने मार्ग बंद है। मंगलवार से वाहन फसें हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 11:12 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 11:12 AM (IST)
तीसरे दिन भी नहीं खुला टनकपुर-तवाघाट हाईवे, गोरी नदी का जलस्तर बढ़ने से चार गांवों का संपर्क कटा
तीसरे दिन भी नहीं खुला टनकपुर-तवाघाट हाईवे, गोरी नदी का जलस्तर बढ़ने से चार गांवों का संपर्क कटा

पिथौरागढ़, जागरण संवाददाता : बीते मंगलवार को पूरे दिन हुई भारी बारिश के कारण टनकपुर-तवाघाट हाइवे तीसरे दिन यानी गुरुवार को भी यातयात के लिए नहीं खुल सका है। घाट के निकट दिल्ली बैंड के पास बलबा आने मार्ग बंद है। मंगलवार से वाहन फसें हैं। आज यातायात वाया अल्मोड़ा, सेराघाट थल होते हुए चलाया जा चल रहा है। इस मार्ग से हल्द्वानी-अल्मोड़ा की दूरी करीब 50 किमी अधिक होती है। वहीं गोरी नदी का जलस्तर बढऩे से तहसील बंगापानी के घुरु ड़ी के पास बना अस्थाइ पुल बह गया है। चार गांवों का सम्पर्क कटा है। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग अभी भी बंद है। जिले की तीन अन्य सड़कें भी बंद हो गई।

मंगलवार दिन और रात लगातार बारिश रहने से एनएच में घाट से पिथौरागढ़ के मध्य दिल्ली बैंड, शहीद वल्दिया गेट और चुपकोट बैंड के पास मलबा आने से मार्ग बंद हो गया। इसी दौरान एनएच में चम्पावत जिले में भारतोली के पास और घाट- पनार -अल्मोड़ा मार्ग में अल्मोड़ा के मकड़ाऊ में मार्ग बंद होने से बाहर से पिथौरागढ़ आ रहे सैकड़ों वाहन और यात्री फंसे गए। मार्ग में फंसे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है

एनएच के अधिकारी पीएल चौधरी ने बताया कि मार्ग में लगातार मलबा गिर रहा है। सभी स्थानों पर मलबा हटाने का कार्य चल रहा है। उन्होंने सायं पांच बजे तक मार्ग खुलने की संभावना जताई है। वहीं धारचूला से मिली जानकारी के अनुसार कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग घटियाबगड़ के निकट पूर्व से ही बंद है। इसके अलावा तेजम तहसील में नाचनी - कोट्यूड़ा, राया बजेता, धामीगांव सड़क बंद है।

बंगापानी से मिली जानकारी के अनुसार गोरी नदी पर घुरु ड़ी के पास बना अस्थाई पुल मंगलवार की रात गोरी नदी का जलस्तर बढऩे से बह गया है। इसी के साथ घुरुड़ी,मनकोट, भ्यूला,धामीगांव का सम्पर्क कट चुका है। इस स्थान पर पूर्व में स्वीकृत ट्राली निर्माण नहीं होने से ग्रामीण अपने गांवों में भी फंस गए हैं। ग्रामीणो को अब अपने बाजार बरम आने के 11 किमी पैदल चल कर लंबा सफर तय कर पहुंचना पड़ेगा। पिथौरागढ़ -थल -मुनस्यारी मार्ग मुवानी के निकट मलबा आने से घंटो बंद रहा। लोनिवि द्वारा मलबा हटाए जाने के बाद फंसे वाहन निकले । बुधवार सुबह से भी रु क कर बारिश हो रही है।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी