चम्पावत में 38 घंटे बाद खुला टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग

शुक्रवार की सुबह बादलों के बीच धूप भी निकल आई। सबसे बड़ी राहत तीन दिन से बंद पड़े टनकपुर-पिथौरागढ़ राजमार्ग खुलने से मिली। शुक्रवार की सुबह 950 बजे स्वाला के पास आए मलबे को हटाकर लगभग 38 घंटे बाद एनएच को सुचारू किया गया।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 07:44 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 07:44 PM (IST)
चम्पावत में 38 घंटे बाद खुला टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग
शुक्रवार को धूप निकलने के बाद मलबा हटाने के काम में तेजी आई और एनएच को सुचारू कर दिया गया।

जागरण संवाददाता, चम्पावत : जिले में बारिश का सिलसिला गुुरुवार की शाम से थम गया। शुक्रवार की सुबह बादलों के बीच धूप भी निकल आई। सबसे बड़ी राहत तीन दिन से बंद पड़े टनकपुर-पिथौरागढ़ राजमार्ग खुलने से मिली। शुक्रवार की सुबह 9:50 बजे स्वाला के पास आए मलबे को हटाकर लगभग 38 घंटे बाद एनएच को सुचारू किया गया। बुधवार की शाम 37 घंटे बाद सड़क खुली, लेकिन कुछ घंटे बाद ही फिर बंद हो गई। इस बीच सड़क में फंसे वाहनों को निकाल लिया गया था। गुरुवार की सुबह आठ बजे अमोड़ी के पास और बाद में धौन, स्वाला, बेलखेत, झालाकुड़ी बैंड समेत सात स्थानों पर मलबा आ गया। जिससे दिनभर सड़क नहीं खुल पाई। इस दौरान 120 से अधिक वाहनों में 200 से अधिक यात्री फंसे रहे। शुक्रवार को धूप निकलने के बाद मलबा हटाने के काम में तेजी आई और एनएच को सुचारू कर दिया गया।

अमोड़ी समेत सात स्थानों पर मलबा गुरुवार की देर शाम तक हटा लिया गया था, लेकिन स्वाला के पास लगातार गिर रहे मलबे के कारण सड़क खोलने में दिक्कत हो रही थी। शाम सात बजे मलबा हटाने का काम बंद कर दिया गया था। शुक्रवार की सुबह से ही फिर से मशीनें मलबा हटाने में जुट गई। एनएच के ईई एलडी मथेला ने बताया कि शुक्रवार की सुबह 9:50 बजे एनएच को सुचारू कर लिया गया है। सड़क पर फंसे सभी यात्री गंतव्य की ओर रवाना हो गए हैं। उन्होंने बताया कि टनकपुर और चम्पावत से वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो गई है। इधर चार दिन से बंद 18 ग्रामीण सड़कों में से चार को आवागमन के लिए सुचारू कर दिया गया है, जबकि 14 सड़कें अभी भी बंद हैं। इन सड़कों को खोलने का काम जारी है। देर शाम तक अधिकांश सड़कें खुलने की उम्मीद है। जिले के मैदानी क्षेत्र बनबसा और टनकपुर में शारदा नदी का जल स्तर अभी कम नहीं हुआ है। हालांकि शुक्रवार की सुबह से यहां भी धूप खिली है।

पूर्णागिरि मार्ग पर आई चट्टान को काटने का काम शुरू

टनकपुर : पूर्णागिरि मार्ग पर हनुमान चट्टी के पास गिरी चट्टान को काटने का काम शुरू कर दिया गया है। शुक्रवार की सुबह बाटना गाड़ में आए मलबे को हटाकर कटर मशीन को मौके पर भेजा गया। चट्टान काटने का काम जारी है। लोनिवि के ईई एपीएस बिष्ट ने बताया कि शाम पांच बजे तक सड़क को खोल दिया जाएगा। पूर्णागिरि मार्ग चट्टान गिरने के कारण एक सप्ताह से बंद है। जिससे क्षेत्र में खाद्यान्न का संकट शुरू हो गया है। पूर्णागिरि के दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं के कई वाहन भैरव मंदिर के पास ही फंसे हुए हैं। जबकि अधिकांश यात्रियों को टनकपुर भेज दिया गया था।

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