टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे 72 घंटे से बंद, विधायक के माफी मांगने पर अड़ीं कार्यदायी संस्थाएं, जरूरी जीचों की किल्लत शुरू
विधायक पूरन सिंह फर्त्याल के साथ एनएच के इंजीनियरों व ऑलवेदर रोड का निर्माण कर रही एजेंसियों के बीच हुआ विवाद दूसरे दिन भी नहीं थमा। जिसके कारण मलबा आने से बंद पड़े एनएच को सुचारु करने का काम शुरू नहीं हो पाया है।
चम्पावत, जागरण संवाददाता : विधायक पूरन सिंह फर्त्याल के साथ एनएच के इंजीनियरों व ऑलवेदर रोड का निर्माण कर रही एजेंसियों के बीच हुआ विवाद दूसरे दिन भी नहीं थमा। जिसके कारण मलबा आने से बंद पड़े एनएच को सुचारु करने का काम शुरू नहीं हो पाया है। सड़क पिछले 72 घंटे से बंद है, जिसके चलते जिला मुख्यालय और लोहाघाट बाजार में जरूरी चीजों की किल्लत शुरू हो गई है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन में मामले में हस्तक्षेप शुरू कर दिया है। एसडीएम सदर अनिल गब्र्याल ने सोमवार की देर शाम एनएच और आरजीबीईएल कंपनी के अधिकारियों से वार्ता कर काम पर लौटने की अपील की। हालांकि इस वार्ता का अभी तक सकारात्मक परिणाम नहीं निकला है। संभावना है कि आज डीएम एनएच के अधिकारियों की बैठक ले सकते हैं। मामला विधायक से जुड़ा होने के कारण अधिकारी सीधे मामले में हस्तक्षेप करने से कतरा रहे हैं।
तीन दिन पूर्व भारतोली में आरजीबीईएल कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर और एनएच के एई को लोहाघाट के विधायक द्वारा थप्पड़ मारने और अभद्रता करने का मामला सामने आने के बाद एनएच समेत सभी कार्यदायी संस्थाओं ने सोमवार को टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे पर काम बंद कर दिया था। सोमवार को ही एनएच और संबंधित कंपनी के अधिकारियों की बैठक में आरजीबीईएल कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर एके सिंह और एनएच के एई विवेक सक्सेना ने विधायक पूरन सिंह फर्त्याल पर उनके साथ अभद्रता कर थप्पड़ मारने का आरोप लगाया।
इसी बैठक के बाद दोनों अधिकारियों ने विधायक के खिलाफ लोहाघाट थाने में तहरीर दी थी। बैठक में निर्णय लिया गया था कि जब तक मामले में निष्पक्ष कार्रवाई नहीं होती टनकपुर से पिथौरागढ़ तक ऑलवेदर रोड चौड़ीकरण का कार्य बंद करने के साथ सड़क पर आए मलबे को नहीं हटाया जाएगा। इस निर्णय के बाद आरजीबीईएल समेत शिवालया, डेक्कन और तलवार कंस्ट्रशन कपंनियों ने हड़ताल शुरू कर दी। हालांकि विधायक पूरन सिंह फर्त्याल थप्पड़ मारने के आरोप को पूरी तरह नकार चुके हैं। उनका कहना है कि कंपनी के अधिकारी अपनी गलतियों पर पर्दा डालने के लिए इस प्रकार का ड्रामा कर रहे हैं।
मंगलवार को भी एनएच समेत सभी एजेंसियां अपने निर्णय पर अडिग रहीं और प्रशासन के अनुरोध के बाद भी काम शुरू नहीं किया। इधर एनएच बंद होने से जिले के पर्वतीय इलाकों में जरूरी चीजों का संकट शुरू हो गया है। चम्पावत और लोहाघाट के कई पेट्रोल पंपों में तेल समाप्त होने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। मंगलवार को लोहाघाट के दो पेट्रोल पंपों में तेल पूरी तरह समाप्त हो गया है। चम्पावत और लोहाघाट के पंपों के लिए तेल ला रहे पांच टैंकर चार दिन से स्वाला के पास फंसे हुए हैं। मंगलवार तक सड़क नहीं खुली तो पेट्रोल मिलना बंद हो जाएगा। मैदानी क्षेत्र से सब्जियों की सप्लाई भी तीन दिन से ठप है, जिस कारण सब्जियों की किल्लत शुरू होने के साथ उनके दाम भी बढऩे शुरू हो गए हैं।
ईई एनएच एलडी मथेला ने बताया कि नेशनल हाईवे बंद होना दुर्भाग्यपूर्ण है। एनएच अपनी ओर से सड़क खोलने के पूरे प्रयास कर रहा है। डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ ने इस घटना पर खेद प्रकट न करने तक ऑलवेदर रोड पर काम न करने की घोषणा की है। संघ के पदाधिकारियों से आज भी वार्ता की जाएगी। इंजीनियरों को मनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।