बिलौनासेरा के किसानों की एसडीएम से वार्ता विफल, खेत में पेयजल लाइन बिछाने का कर रहे हैं विरोध
बागेश्वर जिले के बिलौनासेरा के किसानों का आंदोलन जारी है। वह खेरही पट्टी पेयजल योजना निर्माण का विरोध कर रहे हैं। आरोप है कि उनके खेतों को खोदकर पाइप लाइन बनाई जा रही है। उन्होंने समस्या का समाधान नहीं होने पर आमरण अनशन की चेतावनी दी है।
बागेश्वर, जागरण संवाददाता : बागेश्वर जिले के बिलौनासेरा के किसानों का आंदोलन जारी है। वह खेरही पट्टी पेयजल योजना निर्माण का विरोध कर रहे हैं। आरोप है कि उनके खेतों को खोदकर पाइप लाइन बनाई जा रही है। उन्होंने समस्या का समाधान नहीं होने पर आमरण अनशन की चेतावनी दी है। इधर, शुक्रवार को एसडीएम हरीगिरी ने किसानों से समझाने की कोशिश की। लेकिन वह नहीं माने।
नगर पालिका के बिलौना वार्ड नंबर एक में खरेही पट्टी पेयजल योजना का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जलनिगम पर आरोप है कि उसने किसानों की भूमि में बिना अनुमति के खुदाई का कार्य कर दिया है। जिसके विरोध में किसानों का धरना जारी है। उन्होंने नारेबाजी की और कहा कि दस से वह धरने पर बैठे हैं। समस्या का पांचवें दिन भी समाधान नहीं हो सका है। किसानों ने कहा कि वह एक इंच भी अपनी भूमि कटने नहीं देंगे।
चेतावनी दी कि यदि समस्या का समाधान जल्द नहीं हुआ तो वह आमरण अनशन को बाध्य होंगे। इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री बालकृष्ण, राजेंद्र सिंह, मोहन सिंह, रमेश चंद्र, रेखा देवी, प्रकाश सिंह दफौटी, चंदन सिंह कनवाल, दीवान सिंह आदि मौजूद थे। इधर, एसडीएम हरिगिरी ने कहा कि जल निगम के इंजीनियरों और ग्रामीणों के बीच वर्ता कराई गई है। सर्वे का अलाइमेंट बदलने को कहा गया है। यदि वह फिजिवल रहा तो समस्या का समाधान हो जाएगा। शनिवार तक इंजीनियर रिपोर्ट देंगे।
आंदोलनकारियों के टेंट तहस-नहस
बीती गुरुवार की रात किसी समय बिलौना में किसानों के टेंट को किसी ने तहस-नहस कर दिया। जिस पर किसानों में भारी आक्रोश है। उन्होंने कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी है। उन्होंने कहा कि रात के समय किसी ने उनके टेंट आदि को तोड़ दिया है। उन्हें ठेकेदार के आदमी पर शक है। उन्होंने इसकी जांच करने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। इधर, कोतवाल डीआर वर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।