एस्ट्रो विलेज के रूप में विकसित होंगे ताकुला और देवस्थल, पर्यटक जानेंगे ब्रह्मांड के रहस्य
प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के लिए नैनीताल पहुंचने वाले पर्यटक अब ब्रह्मांड में छिपे रहस्यों से भी रूबरू हो पाएंगे। जिला प्रशासन की पहल पर पर्यटन विभाग जिले में एस्ट्रो टूरिज्म विकसित कर रहा है। पहले चरण में जिले के ताकुला और देवस्थल को इसके लिए चुना गया है।
नैनीताल, नरेश कुमार : प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के लिए नैनीताल पहुंचने वाले पर्यटक अब ब्रह्मांड में छिपे रहस्यों से भी रूबरू हो पाएंगे। जिला प्रशासन की पहल पर पर्यटन विभाग जिले में एस्ट्रो टूरिच्म विकसित कर रहा है। पहले चरण में जिले के ताकुला और देवस्थल को इसके लिए चुना गया है। जल्द ही पर्यटक यहां इसका लुत्फ उठा पाएंगे। काम जल्द पूरा हो, इसके लिए पर्यटन विभाग ने गांवों का निरीक्षण कर प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन के लिए स्टीमेट बनाना शुरू कर दिया है। जल्द इन दोनों गांवों में अत्याधुनिक दूरबीन स्थापित करने के साथ ही अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
बासा की तर्ज पर बनेंगे दो होमस्टे
पलायन की बढ़ती समस्या और ग्रामीणों को पर्यटन रोजगार से जोडऩे के लिए यह प्रोजेक्ट कारगर साबित होगा। एस्ट्रो विलेज के रूप में चिह्नित किए गए दोनों गांवों में पौड़ी में बनाए गए बासा की तर्ज पर पहाड़ी शैली में होमस्टे भी बनाए जाएंगे। डीएम धीराज गब्र्याल ने बताया कि एक होमस्टे तैयार होने में करीब 60 लाख की लागत आएगी। ये पूरी तरह राज्य की पारंपरिक भवन निर्माण कला पर आधारित होंगे। दोनों भवनों में अल्मोड़ा के पाथरो और लकड़ी का इस्तेमाल किया जाएगा। इस प्रयोग से प्रदेश की वास्तुकला को भी संरक्षण मिलेगा।
कम्युनिटी टूरिज्म को भी बढ़ावा
ताकुला और देवस्थल को एस्ट्रो विलेज बनाने के साथ ही ग्रामीणों को इस कार्य का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसके साथ ही हर घर में एक कमरा होमस्टे के रूप में विकसित किया जाएगा। ग्रामीणों की पर्यटन में सहभागिता बढऩे से उन्हें रोजगार तो मिलेगा ही पर्यटन के नए आयाम भी खुलेंगे।
पर्यटन विभाग को दी 90 नाली भूमि
एस्ट्रो विलेज के लिए जिला प्रशासन ने ताकुला में करीब 90 नाली भूमि भी विभाग को हस्तांतरित कर दी है, जहां होमस्टे निर्माण के साथ ही टेलीस्कोप स्थापित करने व अन्य विकासात्मक कार्य किए जाएंगे। डीएम धीराज गब्र्याल ने बताया कि ताकुला में भूमि हस्तांतरण के साथ ही स्थलीय निरीक्षण कर लिया गया है। पर्यटन विभाग को प्रोजेक्ट का स्टीमेट और डिजाइन तैयार करने के निर्देश दिए गए है। जल्द कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
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