बरेली, दिल्ली व दून जाने के लिए बार्डर पर खड़ी उप्र रोडवेज का सहारा, कुमाऊं से बाहर नहीं चल रही रोडवेज की बसें

स्थिति यह है कि बरेली या इस रूट पर आगे जाने वाले लोग पुलभट्टा दिल्ली रूट पर जाने वाले रुद्रपुर व हरिद्वार-दून जाने वाले लोग जसपुर तक उत्तराखंड रोडवेज की गाडिय़ों में सफर कर रहे हैं। फिर इसके आगे के सफर के लिए दूसरे राज्यों की गाडिय़ों पर निर्भर है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 06:40 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 06:40 AM (IST)
बरेली, दिल्ली व दून जाने के लिए बार्डर पर खड़ी उप्र रोडवेज का सहारा, कुमाऊं से बाहर नहीं चल रही रोडवेज की बसें
यात्रियों को उत्तर प्रदेश रोडवेज का सहारा लेना पड़ रहा है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: दूसरे राज्यों में बस संचालन पर प्रतिबंध लगने की वजह से अब बाहर जाने वाले यात्रियों को उत्तर प्रदेश रोडवेज का सहारा लेना पड़ रहा है। बार्डर पर खड़ी इन गाडिय़ों के जरिये स्थानीय यात्री दिल्ली, दून व बरेली समेत अन्य जगहों को निकल रहे हैं। हालांकि, इसके लिए उन्हें काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

शनिवार से बाहरी राज्यों के लिए संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया। पहले दिन उप्र रोडवेज की बरेली व अन्य रूटों की गाडिय़ां हल्द्वानी बस स्टेशन पहुंचने से सवारियों को थोड़ा कम परेशानी का सामना करना पड़ा। लेकिन रविवार को वो गाडिय़ां भी नहीं आई। अब स्थिति यह है कि बरेली या इस रूट पर आगे जाने वाले लोग पुलभट्टा, दिल्ली रूट पर जाने वाले रुद्रपुर व हरिद्वार-दून जाने वाले लोग जसपुर तक उत्तराखंड रोडवेज की गाडिय़ों में सफर कर रहे हैं। फिर इसके आगे के सफर के लिए दूसरे राज्यों की गाडिय़ों पर निर्भर है।  

कमाई से दस हजार ज्यादा डीजल लगा

यात्रियों के अभाव की वजह से रोडवेज को घाटे का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को हल्द्वानी डिपो ने अलग-अलग रूटों पर 25 बसों का संचालन किया था। जिसमें से अधिकांश कुमाऊं क्षेत्र में ज्यादा संचालन किया गया था। अफसरों के मुताबिक रोडवेज ने इस दिन कुल दो लाख 73 हजार रुपये टिकट से वसूले। लेकिन डीजल खर्चा दो लाख 83 हजार आया। यानी दिनभर बसें दौड़ाने पर भी दस हजार का नुकसान हुआ।

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