निजी अस्पतालों की हड़ताल : अब सरकारी डॉक्टरों ने संभाला इलाज का मोर्चा

निजी अस्पतालों की हड़ताल के चलते सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने मरीजों का इलाज करने के लिए पूरा मोर्चा संभाला है। चिकित्सक उपचार में जुटे हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 23 Feb 2019 02:24 PM (IST) Updated:Sat, 23 Feb 2019 02:24 PM (IST)
निजी अस्पतालों की हड़ताल : अब सरकारी डॉक्टरों ने संभाला इलाज का मोर्चा
निजी अस्पतालों की हड़ताल : अब सरकारी डॉक्टरों ने संभाला इलाज का मोर्चा

हल्द्वानी, जेएनएन : निजी अस्पतालों की हड़ताल के चलते सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने मरीजों का इलाज करने के लिए पूरा मोर्चा संभाला है। व्यवस्थाएं आड़े जरूर आ रही हैं, इसके बाद भी चिकित्सक उपचार में जुटे हैं। बेस अस्पताल और एसटीएच में मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। दो अस्पतालों में भीड़ बढऩे से मरीजों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन हालातों को देखकर वह भी लाइन में इंतजार कर चिकित्सकों की मदद कर रहे हैं।

एसटीएच में 1682 पहुंची ओपीडी

सुशीला तिवारी अस्पताल में गुरुवार को ओपीडी का आंकड़ा 1550 था, जबकि इस वक्त यह आंकड़ा 1682 के पार पहुंच चुका है। ऐसे में चिकित्सकों को भी मरीजों के इलाज में काफी दिक्कतें आ रही हैं।  

एक बेड पर दो मरीज

बेस और एसटीएच में मरीजों की संख्या में इजाफा होने से अब चिकित्सकों को एक बेड पर दो मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है। इलाज हर मरीज को मिले इसकी पूरी कोशिश की जा रही है। किच्छा से पहुंचे तीमारदार कुलवंत कौर ने बताया कि उनके पति का एक्सीडेंट हुआ है। पहले उन्होंने निजी चिकित्सालय में चक्कर काटे, लेकिन हड़ताल की वजह से वह एसटीएच लेकर आए। देर लगी, लेकिन बेड का इंतजाम हो गया है।

महिला अस्पताल में 400 पहुंची ओपीडी

महिला अस्पताल में शुक्रवार को ओपीडी 400 तक पहुंच गई। सभी का चेकअप किया गया। यहां भी चिकित्सक पूरी निष्ठा से मरीजों की सेवा में लगे हैं। हर किसी को उपचार मिल जाए, इसी पर कार्य किया जा रहा है। सीएमएस भागीरथी जोशी का कहना है कि प्राइवेट की हड़ताल से मरीजों में बढ़ोत्तरी हुई है। सभी का चेकअप किया जा रहा है।

यह रहा सुशीला तिवारी का हाल

ओपीडी - 1682

आइपीडी -535

नई भर्ती - 81

डिस्चार्ज -86

एमआरआइ- 23

एक्सरे - 35

डिलीवरी -280

इमरजेंसी -280

लैब इंवेस्टीगेशन - 87

पैथालॉजी - 260

वरिष्ठ जिला चिकित्सा अधीक्षक आरके जोशी ने बताया कि मरीजों का बराबर इलाज किया जा रहा है, जो भी मरीज यहां आता है उसको चिकित्सक पूरी तरह से उपचार दिया जा रहा है। सभी को सुविधा मिले यह कोशिश लगातार जारी है। सभी डॉक्टर मरीजों की सेवा में जुटे हैं।

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