हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर युवक की मौत मामले के जिम्मेदार एसएसओ, जेई और लाइनमैन
हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से युवक की मौत के मामले में अधीक्षण अभियंता अमित शर्मा स्तर से गठित टीम ने जांच पूरी कर ली है। टीम ने जांच रिपोर्ट अधीक्षण अभियंता के साथ ही मुख्य अभियंता वितरण ऊधम सिंह नगर एमएल प्रसाद को सौंप दी है।
हल्द्वानी, जेएनएन : नैनीताल रोड पर टूटी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से युवक की मौत के मामले में अधीक्षण अभियंता अमित शर्मा स्तर से गठित टीम ने जांच पूरी कर ली है। टीम ने जांच रिपोर्ट अधीक्षण अभियंता के साथ ही मुख्य अभियंता वितरण ऊधम सिंह नगर एमएल प्रसाद को सौंप दी है। मुख्य अभियंता अफसर व कर्मचारियों के बयान लेकर लौट गए हैं। अब वह ऊर्जा निगम मुख्यालय को अपनी जांच सौंपेंगे। मुख्यालय स्तर से लापरवाही बरतने वाले अफसर व कर्मचारियों पर कार्रवाई हो सकती है।
शुक्रवार की सुबह नैनीताल रोड पर बृज लाल हास्पिटल के पास गिरे 11केवी हाईटेंशन लाइन के तार के करंट से झुलसकर दमुवाढूंगा बंदोबस्ती कमल रावत की मृत्यु हो गयी थी। इससे जनाक्रोश भड़का तो अधीक्षण अभियंता ने लापरवाही के दोषी अफसर व कर्मचारियों की जांच के लिए अधिशासी अभियंता ग्रामीण अमित आनंद की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की। शासन स्तर पर मामला पहुंचा तो मुख्यमंत्री के निर्देश पर ऊर्जा सचिव ने मुख्य अभियंता वितरण ऊधम सिंह नगर एमएल प्रसाद को जांच के आदेश दिए। अधिशासी अभियंता ग्रामीण ने अपनी जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट अधीक्षण अभियंता व मुख्य अभियंता को सौंप दी है।
अफसरों के मुताबिक इसमें लापरवाही के लिए बिजली घर के एसएसओ, जेई व लाइनमैन को दोषी पाया गया है। एसएसओ हादसे के समय बिजली घर में मौजूद ही नहीं थे। हादसे के बाद सूचना देने के लिए फोन करने के बावजूद किसी ने रिसीव नहीं किया। जेई व लाइनमैन को भी क्षेत्र में पेट्रोलिंग नहीं करने का दोषी पाया गया है। जांच रिपोर्ट मिलने पर अधीक्षण अभियंता अमित शर्मा ने पीडि़त परिवार को चार लाख रुपये का मुआवजा देने की संस्तुति की अधिशासी अभियंता शहर देवेंद्र बिष्ट को धनराशि देने के लिए लिखित आदेशित किया है। वहीं मुख्य अभियंता ऊधम सिंह नगर एमएल प्रसाद ने भी रविवार की देर रात तक अफसर व कर्मचारियों के बयान दर्ज किए। अधीक्षण अभियंता की जांच रिपोर्ट लेकर वह लौट गए हैं।
भाई को फोन कर मांगा वारिसान प्रमाण पत्र
अधीक्षण अभियंता के आदेश के बाद सोमवार को अधिशासी अभियंता शहर देवेंद्र बिष्ट ने मृतक कमल के भाई नरेंद्र रावत से फोन पर बात की। अधिशासी अभियंता ने नरेंद्र से मृतक के वारिसान का प्रमाण पत्र मांगा है, जिससे मुआवजे की धनराशि का चेक दिया जा सके। उन्होंने बताया कि मंगलवार तक प्रमाण पत्र मिलने की उम्मीद है। इसके बाद तुरंत चेक के माध्यम से मुआवजा धनराशि परिजनों को सौंप दी जाएगी।