बागेश्वर के खोली में 2.848 हेक्टेयर भूमि पर बनेगा खेल स्टेडियम

मुख्यालय स्थित खोली नामक स्थान पर खेल मैदान बनाने के लिए पर्यावरण वन एव जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की हरी झंडी मिल गई है। अब जल्द ही खेल मैदान का निर्माण कार्य शुरु होने की उम्मीद है। 1997 में जिला गठन के बाद से ही खिलाड़ियों ने मोर्चा खोल लिया था।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 18 Mar 2021 04:37 PM (IST) Updated:Thu, 18 Mar 2021 04:37 PM (IST)
बागेश्वर के खोली में 2.848 हेक्टेयर भूमि पर बनेगा खेल स्टेडियम
वन भूमि को गैर वानिकी कार्यों के लिए खेल विभाग को जमीन दे दी है।

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले के खेल प्रेमियों का दो दशक तक चला संघर्ष आखिर रंग लाया है। मुख्यालय स्थित खोली नामक स्थान पर खेल मैदान बनाने के लिए पर्यावरण, वन एव जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की हरी झंडी मिल गई है। अब जल्द ही खेल मैदान का निर्माण कार्य शुरु होने की उम्मीद है। 1997 में जिला गठन के बाद से ही मुख्यालय में खेल मैदान बनाने के लिए खिलाड़ियों ने मोर्चा खोल लिया था। अभी तक यहां एक भी खेल मैदान नही है। जिससे खिलाड़ियों खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

राज्य बनने के बाद हमेशा यह मांग प्रमुखता से उठाई गई। बीते तीन वर्ष पूर्व मुख्यालय एक कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने खोली नामक स्थान में खेल स्टेडियम बनाए जाने की घोषणा की। जिसके बाद से प्रशासन व खेल विभाग सक्रिय हो गया। इस कार्य में सबसे बड़ा रोड़ा फारेस्ट क्लियरेंस का था। तीन साल तक फाइलें जिले के खेल विभाग से लेकर केंद्र सरकार के वन मंत्रालय तक घूमते रही। इसमें कई रुकावटें भी आई। सभी बाधाओं को दूर करते हुए आखिर केंद्र सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्रालय ने खोली में गैर वानिकी कार्यों के लिए खेल विभाग को जमीन दे दी हैं। अब जल्द ही खेल स्टेडियम बनाने की कवायद शुरु हो जाएगी।

140 नाली से अधिक भूमि पर बनेगा खेल मैदान

जिला मुख्यालय से चार किमी दूर खोली में 2.848 हेक्टेअर भूमि पर खेल मैदान बनाया जाना प्रस्तावित है। यहां वन भूमि को गैर वानिकी कार्यों के लिए खेल विभाग को जमीन दे दी है। इस दौरान केवल 15 वृक्ष ही काटे जाएंगे।  केंद्र सरकार की अनुमति के बिना प्रस्ताव का ले-आउट प्लान नही बदला जाएगा। 

कालापैर कापड़ी और हरकोट में होगा वनीकरण

2.848 हेक्टेअर वन भूमि खेल विभाग को सौंपे जाने के बाद वन विभाग को काला पैर कापड़ी में 5.20 हेक्टेयर व हरकोट में 0.496 हेक्टयर में अनिवार्य रुप से वनीकरण करना होगा। स्थानीय प्रजातियों के पौधों का ही रोपण यहां किया जाएगा। 

भाजयुमो के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष  का कहना है क‍ि गिरीश परिहार लंबे समय से खेलप्रेमी एक स्टेडियम की मांग कर रहे थे। जो सरकार ने पूरा कर दिया है। जल्द ही अब खेल स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा। यह स्टेडियम पूरे राज्य के लिए नजीर बनेगा। वहीं, जिला क्रीड़ाधिकारी विनोद वल्दिया ने बताया क‍ि वन मंत्रालय से स्वीकृति मिल गई है। जल्द ही अब इस पर आगे का कार्य शुरु किया जाएगा। लंबे समय से चल रही खिलाड़ियों में मांग पूरी हो गई है। यहां खेल प्रतिभाओं की कमी नही है। खेल स्टेडियम बनने से फायदा होगा।

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