Sawan : सावन के सोमवार में बन रहा विशेष योग, पूजा से लेकर खरीदारी करना रहेगा शुभ

Sawan शिव आराधना के लिए विशेष महत्व रखने वाला सावन शुरू हो गया है। सावन 25 जुलाई से 22 अगस्त तक चलेगा। इस बार सावर में चार सोमवार रहेंगे। प्रत्येक सोमवार पर तिथि व नक्षत्रों से मिलकर विशेष संयोग बन रहा है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 07:52 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 07:52 AM (IST)
Sawan :  सावन के सोमवार में बन रहा विशेष योग, पूजा से लेकर खरीदारी करना रहेगा शुभ
Sawan : सावन के सोमवार में बन रहा विशेष योग, पूजा से लेकर खरीदारी करना रहेगा शुभ

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : शिव आराधना के लिए विशेष महत्व रखने वाला सावन शुरू हो गया है। सावन 25 जुलाई से 22 अगस्त तक चलेगा। इस बार सावर में चार सोमवार रहेंगे। प्रत्येक सोमवार पर तिथि व नक्षत्रों से मिलकर विशेष संयोग बन रहा है। ज्योतिषाचार्य डा. नवीन चंद्र जोशी ने बताया कि विशेष योग में शिव पूजा करने से पूजा का फल और भी बढ़ जाता है। ऐसे मुहूर्त में खरीदारी करना भी लाभ देने वाला होगा। सोमवार को किए दान का कई गुना फल मिलता है।

धनिष्ठा व सौभाग्य का योग

सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई को था। इस दिन चंद्रमा धनिष्ठा नक्षत्र में रहा और इससे सौभाग्य योग बना। धनिष्ठा नक्षत्र व सौभाग्य योग में शिव पूजा से धन और सौभाग्य बढ़ता है। इस नक्षत्र के स्वामी वसु हैं। इसे नक्षत्र जॉब और बिजनेस के लिए बेहद शुभ माना जाता है।

कृतिका व सर्वार्थसिद्धि योग

दूसरा सोमवार दो अगस्त को है। इस दिन चंद्रमा कृत्तिका नक्षत्र में रहेगा और सर्वार्थसिद्धि योग बनेगा। कृतिका नक्षत्र के स्वामी अग्निदेव हैं। इसे सूर्य का नक्षत्र कहा जाता है। कृतिका नक्षत्र में शिव पूजा करने से जाने-अनजाने में हुए पाप, दोष, डर और बीमारियां दूर होती हैं। शुभ मुहूर्त में जॉब और बिजनेस के जरूरी काम निपटाए जाएं तो तरक्की और फायदा मिलता है। सर्वार्थसिद्धि योग में किए गए कामों में सफलता भी मिलती है।

अश्लेषा नक्षत्र व वरीयान योग

तीसरा सोमवार नौ अगस्त को रहेगा। इस दिन सोमवार को चंद्रमा अश्लेषा नक्षत्र में रहेगा। साथ ही वरीयान योग भी बन रहा है। इस नक्षत्र के स्वामी सर्प होते हैं। इसलिए इस नक्षत्र में की गई शिव पूजा विशेष फलदायी होती है। अश्लेषा नक्षत्र में शिव पर जल और दूध चढ़ाने से पितृ संतुष्ट होते हैं। इससे पितृ दोष में राहत मिलती है। शुभ योग और नक्षत्र में शिव पूजा से सेहत में लाभ होता है और मनोकामना पूरी होती है।

अनुराधा नक्षत्र व ब्रह्म योग

सावन का चौथा व आखिरी सोमवार 16 अगस्त को रहेगा। चौथे सोमवार को अनुराधा नक्षत्र और ब्रह्म योग का विशेष संयोग बन रहा है। इस नक्षत्र के देवता मित्र नाम के आदित्य हैं। अनुराधा नक्षत्र में शिव पूजा से रोग, शोक और दोष खत्म हो जाते हैं। ब्रह्म योग बनने से शिव पूजा का फल और बढ़ जाएगा। इस शुभ योग में शिव पूजा से कोर्ट केस और विवाद खत्म हो जाते हैं। साथ ही दुश्मनों पर जीत भी मिलती है।

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