पिथौरागढ़ जिले में खास चेहरों की कांग्रेस में वापसी, सकते में भाजपाई

सीमांत पिथौरागढ़ जिले से कांग्रेस अपने पुराने चेहरों को फिर से साथ लेकर आगे बढ़ रही है। यशपाल आर्य के बाद कांग्रेस ने बीडी जोशी राजेंद्र भट्ट एवं महेंद्र सिंह लुंठी की भी भाजपा से वापसी करा मानसिक बढ़त तो बना ही ली है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 06:00 AM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 06:00 AM (IST)
पिथौरागढ़ जिले में खास चेहरों की कांग्रेस में वापसी, सकते में भाजपाई
पिथौरागढ़ जिले में खास चेहरों की कांग्रेस में वापसी, सकते में भाजपाई

ओपी अवस्थी, पिथौरागढ़ : सत्ता में वापसी के लिए कांगे्रस पूरा जोर लगाए हुए है। इस कड़ी में सीमांत पिथौरागढ़ जिले से कांग्रेस अपने पुराने चेहरों को फिर से साथ लेकर आगे बढ़ रही है। यशपाल आर्य के बाद कांग्रेस ने बीडी जोशी, राजेंद्र भट्ट एवं महेंद्र सिंह लुंठी की भी भाजपा से वापसी करा मानसिक बढ़त तो बना ही ली है। एक-एक कर भाजपा में शामिल हुए नेता जिस तरह फिर से अपनी पुरानी पार्टी में लौट रहे हैं उससे भाजपाई खेमा सकते में है।

कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री और चुनाव संचालन समिति अध्यक्ष हरीश रावत पहाड़ से लेकर मैदान तक सक्रिय हैं। हाल में उन्होंने पिथौरागढ़ जिले के तीन बड़े चेहरों की कांग्रेस में पुन: वापसी कराई है। इनमें चार बार धारचूला के ब्लाक प्रमुख रहे बीडी जोशी ने फिर से कांग्रेस का हाथ थाम लिया। जोशी 2014 में धारचूला सीट पर उपचुनाव से पूर्व कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए थे। सबसे बड़ी बात यह रही कि भाजपा ने उन्हें धारचूला सीट से उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया। जोशी ने तब मुख्यमंत्री रहते उपचुनाव लड़े हरीश रावत को कड़ी टक्कर दी। साढ़े दस हजार वोट प्राप्त कर उन्होंने सभी को चौंका दिया था।

लगभग सात साल भाजपा में रहने के बाद अब हरीश रावत के ही आह्वान पर फिर से वह कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इनके अलावा इसी माह भाजपा में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य महेंद्र सिंह लुंठी और जिला उपाध्यक्ष रहे पूर्व उप प्रमुख राजेंद्र भट्ट ने भी कांग्रेस में वापसी कर ली। लुंठी व भट्ट लंबे समय से यशपाल आर्य से जुड़े होने के चलते भी पुराने दल में शामिल हो गए। इनके साथ काफी संख्या में समर्थक रहे भाजपाई भी अब कांग्रेस में आ चुके हैं। इस सबसे भाजपा में बेचैनी बढ़ी है। भाजपा के स्थानीय नेता भी मान रहे हैं कि चुनाव तक आने-जाने का दौर चलता रहेगा। वर्तमान के हिसाब से तो इस मामले में कांग्रेस की बढ़त भाजपा को असहज कर ही रही है।

मयूख को कमान के भी मायने

चुनाव संचालन समिति अध्यक्ष हरीश रावत ने जिले के हालिये दौरे में क्षेत्र के दिग्गज मयूख महर को जिले की चारों सीटों को जिताने का जिम्मा भी सौंपा। मयूख महर पिथौरागढ़ और डीडीहाट दोनों विधानसभा क्षेत्रों में दखल रहते हैं। 2007 में उन्होंने डीडीहाट से उक्रांद के शीर्ष नेता काशी सिंह ऐरी को हराया। 2012 में पिथौरागढ़ से भाजपा के दिग्गज प्रकाश पंत को 13 हजार से अधिक मतों के अंतर से हराया था। हरदा ने मयूख को जिम्मा देकर एक अलग मोर्चे पर भी भाजपा के समक्ष चुनौती पेश करने की कोशिश की है।

chat bot
आपका साथी