जल्‍द ही हल्द्वानी को जलभराव से मुक्‍ति, गुरुग्राम की निजी कंपनी कर रही शहर के ड्रेनेज प्लान पर काम

गुरुग्राम की निजी कंपनी फीडबैक इन्फ्रा ने हल्द्वानी के ड्रेनेज प्लान पर काम शुरू कर दिया है। सर्वे पूरा होने के बाद ड्रेनेज प्लान की डिजाइनिंग का काम चल रहा है। डिजाइनिंग समेत डीपीआर बनाने का काम दो माह के भीतर पूरा हो जाएगा।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 08:30 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 08:30 AM (IST)
जल्‍द ही हल्द्वानी को जलभराव से मुक्‍ति, गुरुग्राम की निजी कंपनी कर रही शहर के ड्रेनेज प्लान पर काम
ड्रेनेज प्लान बनने से शहर को जलभराव से मुक्ति मिल सकेगी।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : बरसात में हल्द्वानी में होने वाला जलभराव मुसीबत का सबब बनता है। बेहतर ड्रेनेज प्लान की मांग भी लगातार उठती रही है। गुरुग्राम की निजी कंपनी फीडबैक इन्फ्रा ने हल्द्वानी के ड्रेनेज प्लान पर काम शुरू कर दिया है। सर्वे पूरा होने के बाद ड्रेनेज प्लान की डिजाइनिंग का काम चल रहा है। डिजाइनिंग समेत डीपीआर बनाने का काम दो माह के भीतर पूरा हो जाएगा।

प्रदेश सरकार ने हल्द्वानी, देहरादून, हरिद्वार, रुड़की व भगवानपुर शहरों के लिए ड्रेनेज मास्टर प्लान तैयार करने की दिशा में काम शुरू किया है। निजी फर्म ने एक माह में हल्द्वानी का सर्वे पूरा कर लिया है। 105 वर्ग किमी में फैले हल्द्वानी के लिए व्यापक ड्रेनेज प्लान तैयार हो रहा है। फर्म के निदेशक संदीप धामने ने बताया कि शासन ने इंदिरानगर का प्लान प्राथमिकता में देने को कहा है। धामने ने बताया कि सिंचाई विभाग से मिले शुरुआती डाटा में हल्द्वानी का क्षेत्रफल 45 वर्ग किमी बताया गया है। कंपनी के सर्वे में 105 वर्ग किमी दायरा सामने आया है। इस मामले में कार्यदायी संस्था सिंचाई विभाग हरिद्वार को पत्र लिखकर डिजाइनिंग व डीपीआर तैयार करने की राशि को बढ़ाने की मांग की है।

साल में 71 दिन होती है बारिश

मौसम विभाग के मुताबिक हल्द्वानी में साल में औसतन 71 दिन बारिश होती है। जून से सिंतबर के दौरान सर्वाधिक मुसीबत रहती है। मानसून के चार माह में 48 दिन बारिश के रहते हैं। जबकि साल के अन्य आठ माह में हर माह औसतन तीन दिन बारिश होती है। हालांकि यह जलभराव के लायक नहीं रहती। ड्रेनेज प्लान बनने से शहर को जलभराव से मुक्ति मिल सकेगी।

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