कल से बंद हो जाएंगे गौला नदी के कुछ निकासी गेट, 32.50 लाख घनमीटर हो चुका चुगान

गौला नदी से हर वर्ष सरकार को करोड़ों रुपए का राजस्व अर्जित होता है। इसके अलावा लाखों लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी मिलता है। नदी में हर वर्ष केंद्रीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान देहरादून की टीम द्वारा सर्वे कर चुगान का लक्ष्य दिया जाता है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 02:23 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 02:23 PM (IST)
कल से बंद हो जाएंगे गौला नदी के कुछ निकासी गेट, 32.50 लाख घनमीटर हो चुका चुगान
11 निकासी गेटों से साढ़े सात हजार वाहनों द्वारा प्रतिदिन तीस हजार घनमीटर चुगान किया जाता है।

जागरण संवाददाता, लालकुआं : गौला नदी में उपखनिज का लक्ष्य 50 हजार घनमीटर उपखनिज ही बचा है। शनिवार को 30 हजार घटनमीटर चुगान हो जाएगा। जिसके बाद नदी में 20 हजार घनमीटर चुगान का ही लक्ष्य बच जाएगा। ऐसे में शुक्रवार को गौला नदी के कुछ निकासी गेटों को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया जाएगा।

सोने की खान के नाम से जाने जाने वाली गौला नदी से हर वर्ष सरकार को करोड़ों रुपए का राजस्व अर्जित होता है। इसके अलावा लाखों लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी मिलता है। नदी में हर वर्ष केंद्रीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान देहरादून की टीम द्वारा सर्वे कर चुगान का लक्ष्य दिया जाता है। इस बार भी टीम द्वारा गौला नदी का सर्वे कर 32 लाख 97 हजार घनमीटर चुगान का लक्ष्य दिया था। शुक्रवार तक गौला नदी से साढ़े बत्तीस लाख घनमीटर उपखनिज का चुगान हो चुका है। शनिवार को गौला नदी के सभी निकासी गेटों से 30 हजार घनमीटर उपखनिज का चुगान हो जाएगा। जिसके बाद मात्र 20 हजार घनमीटर उपखनिज चुगान का ही लक्ष्य बचेगा। उल्लेखनीय है कि गौला नदी के 11 निकासी गेटों से साढ़े सात हजार वाहनों द्वारा प्रतिदिन तीस हजार घनमीटर चुगान किया जाता है।

ऐसे में शनिवार आज के बाद 20 हजार घनमीटर उपखनिज चुगान के लिए नदी के कुछ निकासी गेटों को मानसून सत्र के लिए बंद कर दिया जाएगा। हालांकि वन निगम द्वारा किन गेटों को बंद किया जाएगा इसका निर्णय अभी नही लिया है। वन निगम के डीएलएम वाई के श्रीवास्तव का कहना है कि शनिवार को उच्चाधिकारियों से वार्ता कर आगे की रणनीति बनाई जाएगी।

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