सैन्य धाम निर्माण को लेकर नैनीताल से शहीदों के आंगन से उठाई मिट्टी

देहरादून में सैन्यधाम बनाने को लेकर शहीदों के घर से मिट्टी लेने के लिए निकाली गई शहीद सम्मान यात्रा बुधवार को नैनीताल पहुंची। सैनिक पुनर्वास कल्याण बोर्ड के कैप्टन पुष्कर सिंह भंडारी के नेतृत्व में पहुंची यात्रा सबसे पहले तल्लीताल शहीद पार्क पहुंची!

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 09:09 AM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 09:09 AM (IST)
सैन्य धाम निर्माण को लेकर नैनीताल से शहीदों के आंगन से उठाई मिट्टी
सैन्य धाम निर्माण को लेकर नैनीताल से शहीदों के आंगन से उठाई मिट्टी

जागरण संवाददाता, नैनीताल : देहरादून में सैन्यधाम बनाने को लेकर शहीदों के घर से मिट्टी लेने के लिए निकाली गई शहीद सम्मान यात्रा बुधवार को नैनीताल पहुंची। सैनिक पुनर्वास कल्याण बोर्ड के कैप्टन पुष्कर सिंह भंडारी के नेतृत्व में पहुंची यात्रा सबसे पहले तल्लीताल शहीद पार्क पहुंची, जहां 1999 के कारगिल युद्ध में पराक्रम और शौर्य का परिचय देते हुए शहीद हुए मेजर राजेश अधिकारी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान लोगों ने भारत माता की जय और अमर शहीद की जय के नारे लगाए।

यहां से यात्रा माल रोड होते हुए शहीद मेजर के कमलासन कंपाउंड स्थित घर पहुंची, जहां कैप्टन पुष्कर सिंह भंडारी को शहीद के बड़े भाई एसएस अधिकारी और भाभी करुणा अधिकारी ने आंगन की मिट्टी सौंपी। इसके बाद यात्रा 1971 के पाकिस्तान युद्ध में शहीद लांसनायक प्रकाश लाल के घर पहुंची। यहां शहीद के भतीजे दिनेश आर्य ने अधिकारियों को मिट्टी सौपी। कोटाबाग ब्लाक के सौड़ निवासी शहीद रतन सिंह के भतीजे राजेश सिंह ने सैन्य अधिकारियों को आंगन की मिट्टी सौपी। इस दौरान एसडीएम प्रतीक जैन, तहसीलदार जुगल किशोर पांडे, बीडीओ रमेश चंद्र भट्ट, गोपाल राम आर्य, पटवारी सुरेश सनवाल, आनंद बिष्ट, गोपाल रावत, दयाकिशन पोखरिया, फैसल कुरैशी, विक्की राठौर, अभिषेक मेहरा, भूपेंद्र बिष्ट, विश्वकेतु वैद्य आदि मौजूद रहे।

शहीद राजेश के स्वजन दिखे नाराज

शहीद मेजर राजेश अधिकारी के स्वजनों के घर पहुंचे सैनिक पुनर्वास कल्याण बोर्ड के कैप्टन पुष्कर सिंह भंडारी को स्वजनों का विरोध झेलना पड़ा। शहीद की भाभी करुणा अधिकारी ने कहा कि आर्मी से अब उन्हें कोई आस नहीं रही। 20 साल में एक बार आर्मी तो सरकार के प्रतिनिधि पांच साल में एक बार हाल-चाल पूछने आ जाते हैं। समस्या होने पर कोई पूछने वाला कोई नहीं है। भावुक होते हुए कहा कि अब तो वह आर्मी के किसी भी कार्यक्रम में बुलावा आने के बाद भी नहीं जाते। इस पर कैप्टन भंडारी ने कहा कि आर्मी में तय प्रोटोकाल के तहत कार्य करना होता है, मगर व्यक्तिगत स्तर पर वह उनकी हर संभव मदद करेंगे।

बेतालघाट पहुंची शहीद सम्मान यात्रा

शहीद सम्मान यात्रा बेतालघाट भी पहुंची। इस दौरान समूचा क्षेत्र भारत माता के जयकारों से गूंज उठा। सम्मान यात्रा के ब्लाक प्रभारी जगमोहन सिंह के नेतृत्व में यात्रा शहीद खेम चंद्र डौर्बी के बेतालघाट स्थित आवास पहुंची, जहां शहीद की वीरांगना प्रेमा देवी व अन्य स्वजनों ने भावुक पल में घर की पवित्र मिट्टी सैन्य अफसरों को सौंपी। बाद में बरधौ गांव स्थित शहीद बलवंत सिंह सिमलखा स्थित चंदन सिंह और कौरण गांव निवासी शहीद खीम सिंह के घर के आंगन की मिट्टी एकत्र की गई।

शहीद शिवराज सिंह के घर से भी ली मिट्टी

शहीद सैनिक सम्मान यात्रा सिरोड़ी गांव में शहीद शिवराज ङ्क्षसह निगलटिया घर भी पहुंची, जहां शहीद की वीरांगना दुर्गा निगलटिया ने अपने आंगन की मिट्टी सैन्य अफसरों को सौपी। इस दौरान जीवन चंद्र पलडिय़ा, बीडीओ रमेश चंद्र भट्ट, एडीओ गोपाल राम, पटवारी अमित साह, पवन भाकुनी, चंदन कपकोटी, मनमोहन निगलटिया आदि थे।

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