उत्तराखंड में अब तक 4701 वीवीपैट निकलीं खराब, आगामी चुनाव को लेकर आयोग की तैयारी
चुनावी शंखनाद हो चुका है। जिला निर्वाचन भी इसकी तैयारियों में जुटा है। मतदाता पुनरीक्ष्रण कार्य के साथ ही इवीएम से संबंधित प्रशिक्षण एवं कार्यशालाएं भी चालू है। विधानसभा चुनाव को लेकर जिले को उपलब्ध इवीएम मशीनों की एफएलसी भी चल रही है।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : विधानसभा चुनाव 2022 नजदीक है। जिसे देखते हुए निर्वाचन आयोग तैयारियों में जुट चुका है। अक्टूबर माह से इवीएम की प्रथम स्तर की जांच एफएलसी चल रही है। जिसमें अब तक प्रदेश में कुल 4701 वीवीपैट डिफेक्टेड मिले हैं। इसमें गढ़वाल मंडल के 2318 एवं कुमाऊं मंडल के 2383 ईवीएम मशीनें शामिल है। जिसे छह जनवरी को कड़ी सुरक्षा के बीच ऊधम सिंह नगर लाया जाएगा। जहां से इसीअाइ फैक्ट्री हैदरबाद भेजा जाएगा।
चुनावी शंखनाद हो चुका है। जिला निर्वाचन भी इसकी तैयारियों में जुटा है। मतदाता पुनरीक्ष्रण कार्य के साथ ही ईवीएम से संबंधित प्रशिक्षण एवं कार्यशालाएं भी चालू है। विधानसभा चुनाव को लेकर जिले को उपलब्ध इवीएम मशीनों की एफएलसी भी चल रही है। पहली खेप में ऊधम सिंह नगर में बिहार के बेगूसराय से 2720 इवीएम आए थे, जिसमें से प्रथम स्तर के जांच में 694 इवीएम डिफेक्टिव मिले। इसके बाद 24-25 अक्टूबर को 800 इवीएम आए थे। जिसमें एफएलसी के दौरान 109 इवीएम खराब निकले। वहीं प्रदेश की बात करें तो अब तक कुमाऊंं के पिथौरागढ़ में चार बैलट यूनिट बीयू, 33 कंट्रोल यूनिट सीयू, 239 ईवीएम, बागेश्वर में पांच बीयू, 14 सीयू, 166 ईवीएम, अल्मोड़ में 73 बीयू, 77 सीयू, 499 वीवीपैट, चंपावत में सात बीयू, 26 सीयू व 186 वीवीपैट, नैनीताल में आठ बीयू, 53 सीयू, 490 वीवीपैट शामिल है।
जबकि गढ़वाल मंडल में उत्तरकाशी में एक बीयू, 36 सीयू, 160 वीवीपैट, चमोली में पांच बीयू, अाठ सीयू, 160 वीवीपैट, रुद्रप्रयाग में एक बीयू, 20 सीयू, 50 वीवीपैट, टिहरी गढ़वाल में 14 बीयू, 38 सीयू, 411 वीवीपैट, देहरादून में पांच बीयू, 30 सीयू, 376 वीवीपैट, हरिद्वार में 10 बीयू, 103 सीयू, 668 वीवीपैट, पौड़ी गढ़वाल में 12 बीयू, 45 सीयू और 493 वीवीपैट डिफेक्टिव मिले हैं। कुमाऊं के 2383 डिफेक्टिव वीवीपैट को हैदराबाद भेजा जाएगा।
उपजिला निर्वाचन अधिकारी ललित नारायण मिश्र ने कहा कि एफएलसी में अब तक 803 वीवीपैट डिफेक्टिव मिले हैं। जिले के और कुमाऊं के अन्य जनपदाें से छह तारीख को सुरक्षा के बीच डिफेक्टिव वीवीपैट लाया जाएगा। इसके बाद यहां से हैदराबाद ईसीआइ फैक्ट्री भेजा जाएगा।