कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर गब्र्यांग से लिपुलेख तक बर्फ की चादर

कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग में गब्र्याग से लेकर लिपुलेख तक जोहार घाटी में मिलम मलारी से लेकर खलिया टाप की चोटियां हिमाच्छादित हो चुकी है। दारमा में नागलिंग से सीपू तक हिमपात जारी है। बारिश और हिमपात से सीमांत जिला कड़ाके की ठंड की चपेट में है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 09:21 AM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 09:21 AM (IST)
कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर गब्र्यांग से लिपुलेख तक बर्फ की चादर
बारिश और हिमपात से सीमांत जिला कड़ाके की ठंड की चपेट में है।

टीम जागरण, पिथौरागढ़/धारचूला/ मुनस्यारी : सम्पूर्ण जिले में रात को हल्की बारिश के साथ उच्च हिमालय ने बर्फ की कई फीट मोटी चादर ओढ़ ली है। नंदा देवी से लेकर ओम पर्वत का पूरा क्षेत्र बर्फ से ढक चुका है। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग में गब्र्याग से लेकर लिपुलेख तक, जोहार घाटी में मिलम मलारी से लेकर खलिया टाप की चोटियां हिमाच्छादित हो चुकी है। दारमा में नागलिंग से सीपू तक हिमपात जारी है।  बारिश और हिमपात से सीमांत जिला कड़ाके की ठंड की चपेट में है।

जिले में दूसरे दिन भी मौसम खराब रहा। निचले इलाकों में आसमान बादलों से घिरा रहा। उच्च हिमालय में लगातार हिमपात जारी रहा। गुरु वार की रात को जिले भर में हल्की बर्षा हुई। जिसके चलते ठंड में इजाफा हो गया। रात को उच्च हिमालय में हिमपात होता रहा। व्यास घाटी में लिपुलेख से  लेकर गब्र्याग, कुटी, जौलिंगकोंग, कालापानी, गुंजी, नाबी, रोगकोंग, नपलच्यु,  गव्र्याग तक भारी हिमपात हुआ है। छियालेख में हल्का हिमपात हुआ है।  लिपुलेख, जौलिंगकोंग आदि क्षेत्रों में तीन फीट से अधिक हिमपात की संभावना जताई जा रही है। दारमा घाटी में भी भारी बर्फ गिरी है।

शुक्रवार की सायं निचले इलाकों में सायं तक मौसम खुल चुका है। पिथौरागढ़ सहित अन्य क्षेत्रों में सायं हल्के धूप के दर्शन हुए। वहीं ऊंचाई वाले क्षेत्रों मुनस्यारी, चौदास घाटी सहित अन्य स्थानों पर घने बादल छाए हैं और उच्च हिमालय में हिमपात हो रहा है। मुनस्यारी में न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस से भी कम है।

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