ऊधमसिंह नगर के विकास भवन के गेट पर दिखेंगे महिलाओं के हुनर, डिमांड पर होगी उत्पादों की डिलीवरी

महिलाओं की ओर से तैयार प्रोडक्ट् को अब खुद का बाजार उपलब्ध होगा। विकास भवन के मुख्य द्वार पर उनके हुनर की प्रदर्शनी शो-रूम में दिखेगी। विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों सहित हाथ की कलाकारी से अधिकारियों के अलावा लोग देख सकेंगे।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 06:05 AM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 01:48 PM (IST)
ऊधमसिंह नगर के विकास भवन के गेट पर दिखेंगे महिलाओं के हुनर, डिमांड पर होगी उत्पादों की डिलीवरी
करीब 50 हजार महिलाएं स्वरोजगार करने के साथ ही रोजगार से जुड़ चुकी हैं।

बृजेश पांडेय, रुद्रपुर। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं की ओर से तैयार प्रोडक्ट् को अब खुद का बाजार उपलब्ध होगा। विकास भवन के मुख्य द्वार पर उनके हुनर की प्रदर्शनी शो-रूम में दिखेगी। विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों सहित हाथ की कलाकारी से अधिकारियों के अलावा लोग देख सकेंगे। इससे न सिर्फ उनकी बिक्री होगी, बल्कि लोग स्वरोजगार के प्रति जागरूक भी होंगे।

ऊधमङ्क्षसह नगर में महिलाओं को रोजगार से जोडऩे के लिए किया गया प्रयास काफी सार्थक साबित हो रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) से अब तक करीब 50 हजार महिलाएं स्वरोजगार करने के साथ ही रोजगार से जुड़ चुकी हैं। जिले में बेकरी, मसाला ग्रोथ सेंटर, मिल्क ग्रोथ सेंटर, क्विल्ट ग्रोथ सेंटर पर हजारों महिलाएं काम कर रही हैं। यह ऐसी ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं हैं, जो कुछ करना तो चाहती थी, लेकिन घर से बाहर निकलने में उन्हें रोक टोक थी। वर्तमान में सात से आठ हजार रुपये प्रति माह कमा रही हैं। फिलहाल ये सभी उत्पाद ऑफलाइन व ऑनलाइन दोनों माध्यमों से बिक्री हो रही है। अब विकास भवन के गेट पर इन महिलाओं के लिए एनआरएलएम का शोरूम खुलने जा रहा है। इसमें सभी प्रोडक्ट््स को प्रदर्शनी के तौर पर लगाया जाएगा। डिमांड होने पर उसकी डिलीवरी होगी।

फेडरेशन तय करेगा ड्यूटी

हर गांव में अलग-अलग फेडरेशन बनाया गया है। इसे चलाने के लिए फेडरेशन तय करेगा किस महिला को कब और कितने दिन यहां बैठना होगा। विभिन्न स्थानों से उत्पाद यहां सैंपल के तौर पर लगेंगे। डिमांड होने पर उसकी पूर्ति की जाएगी।

निर्माता समूह एवं फेडरेशन को भी फायदा

शो रूम में लगे डेमो प्रोडक्ट की डिमांड होने पर बिक्री के बाद न सिर्फ निर्माता समूह को इसका दाम मिलेगा बल्कि शो रूम में कार्यरत कर्मचारियों को भी लाभ होगा। फेडरेशन कमीशन बेस पर दुकान चलाएंगे।

ये प्रोडक्ट होंगे

विभिन्न प्रकार के अचार, मंडुए की बिस्किट, हैंडमेड मसाले, ब्रेड, मुरब्बा, पापड़, मोमबत्ती, सजावटी सामान, मूज एवं जूट से बने बैग, डलिया, पर्स, थैला, बास्केट, बांस से बने प्रोडक्ट््स, मिल्क प्रोडक्ट्स आदि।परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी ने बताया कि काफी महिलाएं मिशन से जुड़ चुकी हैं। रोजगार मिलने के साथ ही हुनर भी सीख चुकी हैं। उनके द्वारा बनाए गए उत्पादों को बाजार तो मिल ही गया है, लेकिन विभाग की ओर से एक शोरूम बनाकर उन्हें दिया जाएगा। जहां से वह उसे बेच सकें।

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