महिलाओं के छह सदस्यीय दल ने पहली बार फतह की 6220 मीटर ऊंची पिकॉक चोटी
सीबीटीएस के संस्थापक योगेश गब्र्याल ने बताया कि यह पहला मौका है जब कोई भारतीय दल कैलाश रेंज की दूसरी सबसे ऊंची चोटी चढऩे में सफल रहा। दल ने फस्र्ट इंडियन एसेंट रिकार्ड अपने नाम किया है। इससे पूर्व ब्रिटेन के पर्वतारोही मार्टिन मोरन के दल ने आरोहण किया था।
संवाद सूत्र, धारचूला : सीबीटीएस (क्लाइंबिंग वियोंड द समीट्स) की छह सदस्यीय महिला टीम ने 6220 मीटर ऊंची पिकॉक चोटी फतह कर नया रिकार्ड बनाया है। इससे पूर्व कोई भारतीय टीम इस चोटी को फतह नहीं कर सकी है।
आदि कैलाश रेंज की दूसरी सबसे बड़ी चोटी पर आरोहण के लिए टीम लीडर शीतल की अगुवाई में छह सदस्यीय दल को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आठ सितंबर को नैनीताल से रवाना किया था। आरोहण की पूरी रू परेखा एवरेस्ट विजेता योगेश सिंह गब्र्याल ने तय की थी। दल में शामिल महिलाओं ने 4750 मीटर की ऊंचाई पर अपना बेस कैंप बनाया और 29 सितंबर की सुबह दल 6220 मीटर ऊंची चोटी चढऩे में सफल रहा। दल ने दारमा और व्यास घाटी को जोडऩे वाले स्योन ला पास को भी पार किया। दल में शीतल, कला बड़ाल, मीनाक्षी राठौर, यादनीकी मितेरे, ध्रुवी मोदी, द्रौपदी रौंकली शामिल थीं।
चोटी फतह करने के बाद दल बुधवार को धारचूला पहुंचा। सीबीटीएस के संस्थापक योगेश गब्र्याल ने बताया कि यह पहला मौका है जब कोई भारतीय दल कैलाश रेंज की दूसरी सबसे ऊंची चोटी चढऩे में सफल रहा। दल ने फस्र्ट इंडियन एसेंट रिकार्ड अपने नाम किया है। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व ब्रिटेन के प्रख्यात पर्वतारोही मार्टिन मोरन के दल ने इस चोटी का आरोहण किया था।