सुशीला तिवारी अस्पताल में व्यसन निवारण वार्ड शुरू करने को छह सदस्यीय कमेटी गठित

नशामुक्त भारत अभियान के तहत डा. सुशीला तिवारी अस्पताल में व्यसन निवारण सुविधा (एटीएफ) वार्ड शुरू करने की कवायद शुरू हो गई है। जिला प्रशासन के निर्देश के बाद सुशीला तिवारी अस्पताल प्रशासन ने इस मामले में व्यापक मंथन के लिए 14 जून को बैठक बुलाई है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 10:07 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 10:07 AM (IST)
सुशीला तिवारी अस्पताल में व्यसन निवारण वार्ड शुरू करने को छह सदस्यीय कमेटी गठित
सुशीला तिवारी अस्पताल में व्यसन निवारण वार्ड शुरू करने को छह सदस्यीय कमेटी गठित

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : नशामुक्त भारत अभियान के तहत डा. सुशीला तिवारी अस्पताल में व्यसन निवारण सुविधा (एटीएफ) वार्ड शुरू करने की कवायद शुरू हो गई है। जिला प्रशासन के निर्देश के बाद सुशीला तिवारी अस्पताल प्रशासन ने इस मामले में व्यापक मंथन के लिए 14 जून को बैठक बुलाई है।

इसके लिए छह सदस्यीय समिति गठित की गई है। चिकित्सा अधीक्षक की अध्यक्षता में गठित कमेटी में मेडिसिन व मानसिक रोग विभाग के विभागाध्यक्ष, जिला समाज कल्याण अधिकारी, एसटीएच के प्रबंधक संपत्ति एवं परियोजना, नर्सिंग सुपरिटेंडेंट को सदस्य नामित किया गया है। पिछले सप्ताह डीएम ने निर्देश जारी करते हुए जून से वार्ड शुरू करने को कहा था। एटीएफ वार्ड शुरू होने से नशा करने वालों को प्राथमिक उपचार मिल सकेगा। वार्ड स्थापना के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय से पांच लाख रुपये पिछले साल ही प्राप्त हो चुके हैं।

शहर में पांच प्राइवेट केंद्र चल रहे

हल्द्वानी में नशामुक्ति के पांच प्राइवेट सेंटर चल रहे हैं। कुछ सेंटर पर मानसिक बीमारियों से संबंधित मरीजों का भी उपचार किया जाता है। नशामुक्ति केंद्रों की संख्या नशे के बढ़ते मामलों की पुष्टि करते हैं। सरकारी केंद्र खुलने से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी। डीएम नैनीताल धीराज गब्र्याल ने बताया कि नशामुक्त भारत पीएम मोदी का महत्वाकांक्षी अभियान है। नशामुक्ति केंद्र के लिए नैनीताल, हल्द्वानी में जगह तलाशी जा रही है। एसटीएच में इसी महीने एटीएफ वार्ड शुरू कराने के निर्देश दिए हैं।

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