सिडकुल की स्वामित्व भूमि पर अवैध कब्जेदार ने दोबारा की खेती, आरएम ने साढ़े छह एकड़ भूमि पर बोई फसल पर लगाया पहरा
सिडकुल आरएम परितोष वर्मा ने बताया कि भूमि पर उगाई गई फसल को कब्जे में लेने के साथ ही विभागीय अधिकारी दोषियों की जांच में जुट गए हैं। बीते वर्ष अतिक्रमणकारियों ने सिडकुल स्वामित्व 27 एकड़ भूमि पर अतिक्रमण कर गेहूं की फसल उगाई थी।
जागरण संवाददाता, सितारगंज : बीते वर्ष सिडकुल की सामित्व भूमि पर किए गए अतिक्रमण को हटाने के बाद दोबारा अतिक्रमणकारियों की ओर से साढ़े छह एकड़ भूमि पर अतिक्रमण कर गेहूं की फसल उगाई किए जाने को लेकर विभाग दोषियों के विरुद्ध सख्त रुख अपनाने की तैयारी कर रहा है। सिडकुल आरएम परितोष वर्मा ने बताया कि भूमि पर उगाई गई फसल को कब्जे में लेने के साथ ही विभागीय अधिकारी दोषियों की जांच में जुट गए हैं।
बीते वर्ष अतिक्रमणकारियों ने सिडकुल स्वामित्व 27 एकड़ भूमि पर अतिक्रमण कर गेहूं की फसल उगाई थी। जिसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए विभाग ने भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया था। लेकिन इसके बावजूद अतिक्रमणकारियों ने इस वर्ष भी सिडकुल की साढ़े छह एक कर भूमि पर अतिक्रमण कर गेहूं की फसल उगाई ली। इतना ही नहीं अतिक्रमणकारी फसल की कटाई कर इसे बेचने की तैयारी में भी जुट गए थे। लेकिन उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद अतिक्रमणकारियों की योजना बीच में ही असफल हो गई।
सिडकुल क्षेत्रीय प्रबंधक परितोष वर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष अतिक्रमणकारियों के कब्जे से अतिक्रमण मुक्त करवाए गए 27 एकड़ भूमि में से करीब साढ़े छह एकड़ भूमि पर दोबारा से अतिक्रमण कर गेहूं उगाई गई है। जिसकी नापी कर किसी की ओर से गेहूं की कटाई न की जा सके इसे देखते हुए कर्मचारियों को वहां निगरानी के लिए तैनात कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण मुक्त करवाए गए भूमि पर दोबारा अतिक्रमण कर खेती किए जाने के मामले में अगर किसी भी विभागीय कर्मचारी की सांठगांठ सामने आती है तो उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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