मत्स्य स्वास्थ्य, उनके रखरखाव, व परिवहन पर दिया व्याख्यान
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- शीतजल मात्सि्यकी अनुसंधान निदेशालय का मनाया गया स्थापना दिवस।
संवाद सहयोगी, भीमताल : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- शीतजल मात्सि्यकी अनुसंधान निदेशालय का स्थापना दिवस सोमवार को धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर निदेशालय के सभागार में कार्यक्रम का आयोजित हुआ, जिसमें शीतजल मात्सि्यकी सोसायटी द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में विशेषता रखने वाले देश के विभिन्न प्रांतों से आए वैज्ञानिकों को फेलोशिप और गोल्ड मेडल दिए गए। स्थापना दिवस के मौके पर संस्थान में 10 से 20 सितंबर तक आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर वैज्ञानिकों ने मत्स्य स्वास्थ्य, उनके रखरखाव, मत्स्य परिवहन पर विशेष व्याख्यान प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के मात्सि्यकी उपमहानिदेशक डॉ. जेके जेना ने नवीन तकनीक से मत्स्य पालन से जुड़े कृषकों को लाभांवित करने पर बल दिया। उन्होंने इस मौके पर भारत की शीतजल मात्सि्यकी सोसायटी के जरनल ऑफ कोल्ड वाटर फिशरीज के प्रथम संस्करण सहित छह बुलेटन का विमोचन भी किया। इस अवसर पर डॉ. एई एकनाथ, डॉ. डब्लूएस लकारा, डॉ. काजल चक्रवर्ती ने गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी से संबधित तीन व्याख्यान प्रस्तुत किए। निदेशालय के निदेशक डॉ. डी. शर्मा ने विषय विशेषज्ञों का स्वागत किया। 'सबकी योजना, सबका विकास' के तहत आयोजित प्रशिक्षण सम्पन्न भीमताल : विकास भवन सभागार में सोमवार को 'सबकी योजना, सबका विकास' के तहत प्रशिक्षण संपन्न हुआ। जिला पंचायत राज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह ने जीपीडीपी मोबाइल एप पर पंजीकरण एवं जीओ टैग फोटोग्राफ अपलोड करने की जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान पीडी डीआरडीए बालकृष्ण टम्टा, डीडीओ रमा गोस्वामी, एपीओ संगीता आर्या, पीसी बिष्ट आदि ने भी जानकारी दी। कार्यक्रम में विकासखंड ओखलकांडा और हल्द्वानी खंड विकास अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत एवं समस्त ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, समस्त विकास अधिकारी व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों सहित कुल 84 लोगों को प्रशिक्षण दिया गया।