हल्द्वानी में आय का बेहतर उपयोग करने के लिए स्वयं सहायता समूह संचालित करेगा आटो स्टैंड

दो से तीन लाख रुपये प्रतिमाह की कमाई वह कहां उपयोग कर रहे हैं इसकी पारदर्शी व्यवस्था किसी के पास नहीं है। ऐसे में पारदर्शिता के साथ सभी तरह के खर्च का ब्यौरा स्वयं सहायता समूह यानी कि सेल्फ हेल्प ग्रुप एसएचजी के सदस्य रखेंगे।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 08 Sep 2021 08:58 PM (IST) Updated:Wed, 08 Sep 2021 08:58 PM (IST)
हल्द्वानी में आय का बेहतर उपयोग करने के लिए स्वयं सहायता समूह संचालित करेगा आटो स्टैंड
किसी भी सदस्य को जरूरत पडऩे पर कम ब्याज पर ऋण दिया जाएगा।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : शहर में संचालित किए जा रहे आटो स्टैंड हर माह दो से तीन लाख रुपये कमाई कर रहे हैं, लेकिन यह पैसा कहां उपयोग किया जा रहा है, इसकी जानकारी आम सदस्यों को नहीं है। ऐसे में आटो स्टैंड से होने वाली कमाई के अच्छे उपयोग के लिए नीति बनाई जा रही है। जिसमें रिक्शा चालकों को कई तरह के लाभ दिए जाएंगे।

शहर के आटो स्टैंड की कमाई कुछ पदाधिकारी ही प्रयोग कर रहे हैं। जिसमें वह मनमाने तरीके से अपनी जेब भर रहे हैं। दो से तीन लाख रुपये प्रतिमाह की कमाई वह कहां उपयोग कर रहे हैं, इसकी पारदर्शी व्यवस्था किसी के पास नहीं है। ऐसे में पारदर्शिता के साथ सभी तरह के खर्च का ब्यौरा स्वयं सहायता समूह यानी कि सेल्फ हेल्प ग्रुप, एसएचजी के सदस्य रखेंगे। आटो स्टैंड का संपूर्ण संचालन एसएचजी के माध्यम से ही होगा। जिसमें स्टैंड पर आने वाले सभी सदस्यों को जोड़ा जाएगा। इसके लिए व्यवस्था बनाई जा रही है। कालाढूंगी आटो स्टैंड ने इस पर सहमति व्यक्त की है। जबकि अन्य सभी आटो स्टैंड संचालकों को भी योजना से जोड़ा जाना है। सीओ सिटी शांतनु परासर ने बताया कि इस संबंध में सिटी मजिस्ट्रेट से वार्ता कर लोगों को इसका लाभ दिलाया जाएगा। जिससे रिक्शा चालकों को भी सम्मान की जिंदगी जीने का अवसर मिले।

सदस्यों को सहायता व ऋण

आटो स्टैंड को होने वाली आय में से आवश्यक खर्च निकालकर बाकी की रकम बैंक खाते में जमा की जाएगी। जिसमें किसी भी सदस्य को जरूरत पडऩे पर कम ब्याज पर ऋण दिया जाएगा। वहीं किसी की मौत या घायल होने पर सहायता का प्राविधान भी इसी में किया गया है। नया आटो खरीदने के लिए बैंक से कम ब्याज पर ऋण स्वयं सहायता समूह के सदस्य को दिया जाएगा। जिससे सदस्यों को बैंक का चक्कर नहीं लगाना होगा।

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